सीवर नेटवर्क से छुटे क्षेत्रों के लिए भी कार्ययोजना बनाएं: नगरायुक्त

- सहारनपुर मे नक्शे पर सीवर नेटवर्क की जानकारी लेते नगरायुक्त शिपू गिरि।
सहारनपुर। नगरायुक्त शिपू गिरि ने आज दोपहर मल्हीपुर रोड स्थित एसटीपी प्लांट तथा को-ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया और शहर के सीवर नेटवर्क तथा पुरानी व नयी सीवर लाइन की जानकारी लेते हुए ववाग लि. के प्रबंधक तथा जल निगम नगरीय के अधिकारियों को निर्देश दिए।
नगरायुक्त ने एसटीपी प्लांट के आसपास के घरों तथा उस क्षेत्र में जिस टयूववैल से पेयजल आपूर्ति होती है उसके जल का नमूना लेकर जांच कराने के भी निर्देश दिए। नगरायुक्त ने एसटीपी प्लांट पहुंचकर सीवर नेटवर्क का संचालन व अनुरक्षण करने वाली कार्यदायी संस्था मैसर्स वी ए टेक ववाग लि. के प्रबंधक को शहर के सीवर नेटवर्क सम्बंधी ड्राइंग को डिजीटिलाइज कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मेनहाल व सीवर सफाई कार्य मासिक योजना बनाकर करने तथा एसटीपी का संचालन उ.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) की गाइड लाइन के अनुसार मानको का अनुपालन करते हुए कराने व उसके बाद ही शोधित जल का प्रवाह ढमोला नदी में करने के निर्देश दिए।
नगरायुक्त ने एसटीपी प्लांट परिसर में जलशोधन के लिए बने पौंड और ढमोला किनारे बन रहे नये ट्रीटमेंट प्लांट के बारे में भी जानकारी ली। नगरायुक्त ने नक्शे पर शहर की सीवर नेटवर्क, नयी व पुरानी सीवर लाइन की व्यवस्था की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि शहर में 238 कि.मी सीवर लाइन है। अमृत योजना 2.0 के अंतर्गत शहर में 47 कि.मी सीवर लाइन डाली गयी है तथा शहर के करीब 41 हजार घर सीवर नेटवर्क से जुडेघ् हैं। नगरायुक्त ने कहा कि शहर के जिन क्षेत्रों में सीवर लाइन नहीं है, उन क्षेत्रों में सीवर लाइन के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश अधिशासी अभियंता जल निगम नगरीय को दिए। उन्होंने पूछा कि अमृत योजना 2.0 में शहर में डाली गयी सीवर लाइन क्या सब घरों से कनेक्ट हो गयी है? उन्होंने जल निगम अधिकारियों को जहां घरों के कनेक्शन नहीं हो पाये हैं, उनके कनेक्शन कराने के आदेश दिए।
नगरायुक्त ने ववाग को पुरानी सीवर लाइन में गैप व रिप्लेसमेंट हेतु कार्य योजना बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बरसाव पानी कहीं एकत्रित न हो, इसका भी ध्यान रखें। नगरायुक्त ने एसटीपी परिसर स्थित 25 केएलडी के को-ट्रीटमेंट प्लांट का भी निरीक्षण किया और लॉग बुक की जांच कर सीवरेज लाने वाली गाड़ी के ड्राइवर से भी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक जलकल पुरुषोत्तम कुमार, अधिशासी अभियंता जल वी बी सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम रुचिन यादव व सुदीप सिंह बिसेन आदि मौजूद रहे।