शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में आदर्श शिक्षक दिवस का आयोजन

शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में आदर्श शिक्षक दिवस का आयोजन

गंगोह [24CN] : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में शिक्षक दिवस को आदर्श शिक्षक दिवस के रूप में मनाया गया। शोभित विश्वविद्यालय गंगोह द्वारा प्रति वर्ष शिक्षक दिवस को भारत के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ0 सर्वपल्ली राधा कृष्णन एवं हमारी संरक्षिका परम आदरणीय श्रीमति आदर्श विजेन्द्र जी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के तत्वाधान द्वारा ‘‘विजेन्द्र सहित्य-साधक सम्मान‘‘ नामक पुरस्कार की शुरूआत भी की गयी हैं। यह पुरस्कार सहित्य जगत में अपना अमूल्य योगदान प्रदान करने वाले साहित्यकारों प्रति वर्ष दिया जायेगा। इस वर्ष यह सम्मान हिन्दी काव्य साहित्य में अपना अमूल्य योगदान एवं अमिट छाप छोड़ने वाले सुरेश सपन जी को प्रदान किया गया। ‘‘विजेन्द्र सहित्य-साधक सम्मान‘‘ के अंतर्गत सम्मानित साहित्यकारों को सम्मानित धनराशि, अंगवस्त्र, श्रीफल, पगडी एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

आदर्श शिक्षक दिवस

आदर्श शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय में एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कवि सम्मेलन में आये हुए विभिन्न विधाओ के कवियों ने अपने कविता वाचन से श्रोताओ का मन मोह लिया। कवि सम्मेलन का शुभारम्भ देवी सरस्वती की वंदना के साथ किया गया। शिक्षक दिवस एवं आदर्श दिवस के उपलक्ष में आयोजित कवि सम्मेलन में वीर रस का युवा कवि मोहित संगम ने अपनी वीर रस की प्रस्तुति से सभागार में तालियो की गडगडाहट से कोलाहलपूर्ण वातावरण उत्पन कर दिया। उन्होंने कहाः-

‘‘दुनिया गर मूरत है, तो हम उसके निर्माता है।
बाकि होगें देश यहाॅ, लेकिन भारत तो माता है।।

इस कवि सम्मेलन में नरेन्द्र मस्ताना जी, डाॅ0 आर0पी0 सारस्वत, विनोद भृंग, आसिम पीरजादा, राजीव उपाध्याय यायावर एवं कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे सुप्रसिद्ध कवि डाॅ0 विजेन्द्र पाल शर्मा जी ने अपनी भाव पूर्ण कविताओं से उपस्थित सभी लोगों का मन मोह लिया। कवियों ने कभी वीर रस की कविता सुनाकर जोश पैदा किया तो कभी हास्य की कविता सुनाकर सभी को गुदगुदाया तो कभी बेटियों पर कविता सुनाकर आॅखों नम भी किया। यह कवि सम्मेलन राजीव उपाध्याय जी के अथक प्रयासों एवं सहयोग के वास्तविक परणिति थी।

आदर्श शिक्षक दिवस

इस अवसर पर केयर टेकर सूफी जहीर अख्तर जी ने आदर्श शिक्षक दिवस के महत्व को बतातें हुए अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर विश्वविद्यालय ने सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गयें जिसमें छात्र एवं छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुतियाॅ प्रस्तुत की ।इन छात्रों में अभय धीमान, शिवम, आयुषी, विधि एवं तानिया पण्डित आदि विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

इस शुभ अवसर पर संस्था के कुलपति प्रो0 (डाॅ0) रणजीत सिंह जी, ने इस भव्य आयोजन के लिए आये हुए कवियो का धन्यवाद किया। इस अवसर पर उन्होनें समस्त शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होनें विश्वविद्यालय की संरक्षिका श्रीमति आदर्श विजेन्द्र जी की लम्बी आयु एवं उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुए कहा कि उनका आर्शीवाद एवं स्नेह हम सभी को सदैव की भाति मिलता रहेगा। इस कार्यक्रम को सफल बनानें में कार्यक्रम के संयोजक प्रो0 (डाॅ0) दिव्या प्रकाश का अतुलनीय योगदान रहा और उनके निर्देशन मेें पूरा कार्यक्रम सफलता पूर्वक आयोजित किया गया।

डाॅ0 प्रशांत कुमार ने सदैव की भाति बहुत ही कुशलता पूर्वक कार्यक्रम को सम्पन्न कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। इस कार्यक्रम को सफल बनानें में अकाउण्ट आॅफिसर जसवीर सिंह, अजय शर्मा, मुकेश गौतम, आयुष मदान, ऋतु शर्मा, जुल्फिकार अली एवं अन्य सभी लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। अंत में सभी कवियों को विश्वविद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ0 महीपाल सिंह ने सभी सम्मानित कवियों को ह्नदय से आभार व्यक्त किया। उन्होनें कहा कि सभी कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से हम सभी को भाव विभोर कर दिया। कुलसचिव महोदय ने समस्त आयोजन समिति को इस भव्य आयोजन के लिए बहुत धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होनें विशेष रूप से राजीव उपाध्याय यायावर जी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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