रक्षा मंत्रालय ने बताई बेंगलुरु में बुधवार को सुने गए धमाके के पीछे की कहानी

- बेंगलुरु में बुधवार को लोगों ने सुनी थी फाइटर जेट के स़ॉनिक बूम की आवाज
- रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि बेंगलुरु में जो आवाज सुनी गई वो वायुसेना के विमान की थ
- बेगलुरु शहर के बाहरी इलाके में उड़ान पर था इंडियन एयरफोर्स का विमान
बेंगलुरु
बुधवार शाम बेंगलुरु के रिहाइशी इलाकों में धमाके जैसी जिस आवाज को सुनकर लोगों में अफरा-तफरी की स्थितियां बनीं, उसकी हकीकत सामने आ गई है। रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि जिस आवाज को लोगों ने सुना वो वायुसेना के एक सुपरसॉनिक विमान के सॉनिक बूम की थी और यह विमान एक रुटीन उड़ान पर था।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बेंगलुरु में बुधवार शाम एक वायुसेना का सुपरसोनिक विमान रुटीन उड़ान पर था। इस एयरक्राफ्ट ने बेंगलुरु एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी और यह शहर के बाहर के अपने एयरस्पेस में उड़ान भर रहा था।
36 से 40 हजार फीट की ऊंचाई पर था विमान
प्रवक्ता के मुताबिक, जिस आवाज को बेंगलुरु के लोगों ने सुना संभवत: वस उस वक्त हुई होगी जब विमान अपनी रफ्तार कम करते हुए सुपरसॉनिक से सबसॉनिक स्पीड मोड में जा रहा था और इसकी ऊंचाई 36 हजार से 40 हजार फीट के आसपास थी।
शहर के बाहरी हिस्से में था विमान
प्रवक्ता ने बताया कि जिस वक्त ये आवाज सुनाई दी, विमान शहर की सीमा के बाहर था। उन्होंने बताया कि किसी सुपरसॉनिक विमान के सॉनिक बूम की आवाज तब भी आसानी से सुनी जा सकती है, जबकि वो सुनने वाले से 65-80 किलोमीटर दूर हो।
वाइटफील्ड समेत कई इलाकों में सुनी गई आवाज
इससे पहले शुरुआती जानकारी के मुताबिक बेंगलुरु के सारजापुर, एचएसआर, वाइटफील्ट और हेब्बल इलाके में यह जोरदार आवाज सुनी गई। बताया जा रहा है कि दोपहर तकरीबन 1 बजकर 20 मिनट पर यह घटना हुई। इलाके के कुछ लोगों ने अंदेशा जताया कि यह आवाज भूकंप की तरह थी। हालांकि बाद में सोशल मीडिया पर इसे लेकर तमाम अटकलों का दौर भी चला, जिसे देखते हुए रक्षा मंत्रालय ने अपना बयान जारी किया।