सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न प्रदान करने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

- सहारनपुर में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने जाते सैनी सेवा समाज समिति के पदाधिकारी।
सहारनपुर [24CN] । ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज के कार्यकर्ताओं ने प्रथम भारतीय महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती को महिला शिक्षिका दिवस घोषित करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर सभी मांगों का निराकरण कराए जाने की मांग की। ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज के जिलाध्यक्ष अशोक सैनी व प्रगतिशील सैनी सभा के जिलाध्यक्ष अभय सैनी एडवोकेट के नेतृत्व में सैनी समाज के पदाधिकारियों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज के जिलाध्यक्ष अशोक सैनी ने कहा कि जिस समय भारत पुरानी रूढ़ीवादिता, अशिक्षा और वर्ण व्यवस्था के चंगुल में फंसा हुआ था, उस समय संविधान निर्मामा डा. भीमराव अम्बेडकर के राजनीतिक गुरू महात्मा ज्योतिराव फुले ने महाराष्ट्र के सतारा जिले में जन्म लेकर छोटी सी आयु में ही समाज में फैले अंधविश्वास व वर्ण व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाने का काम किया था।
उन्होंने कहा कि सावित्री बाई फुले ने प्रथम महिला शिक्षिका बनकर अपने ही 18 विद्यालयों में बालिकाओं व महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाया था। उन्होंने प्रधानमंत्री से सावित्रीबाई फुले के जन्मदिवस को महिला शिक्षिका दिवस घोषित किए जाने की मांग की। प्रगतिशील सैनी सभा के अध्यक्ष अभय सैनी एडवोकेट ने कहा कि एक ओर जहां शिक्षा के मार्ग पर चलते हुए भारतीय महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में अपनी काबलियत का लोहा मनवा रही हैं और भारत की तरक्की में अपनी हिस्सेदारी निभा रही हैं। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने महिला शिक्षा की जनक माता सावित्रीबाई फुले के बलिदान को भुला दिया है। उन्होंने महात्मा ज्योतिराव फुले व माता सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग की। ज्ञापन सौंपने वालों में महिला अध्यक्ष सुनीता सैनी, प्रियंका सैनी, रीना सैनी, कविता, मोनिका, प्राची सैनी, निदिता, धु्रव सैनी, उपेंद्र कुमार, जतिन सैनी, दिवेश सैनी, अनुज सैनी, अंकुश सैनी, वैभवी सैनी आदि सहित भारी संख्या में सैनी समाज के नागरिक मौजूद रहे।