परिषदीय विद्यालयों के मर्ज/पियरिंग के खिलाफ हजारों शिक्षक सडक़ों पर, मुख्यमंत्री को भेजा गया ज्ञापन

- सहारनपुर में धरना स्थल पर धरना देते शिक्षक।
सहारनपुर। प्रदेश सरकार द्वारा परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के मर्ज एवं पियरिंग की प्रक्रिया के विरोध में आज में हजारों शिक्षकों ने राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन किया।
शिक्षकों ने हकीकत नगर धरना स्थल से नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकाला और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष चैधरी रविन्द्र प।वार ने कहा कि 50 से कम नामांकन वाले विद्यालयों का आपसी विलय शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 का सीधा उल्लंघन है, जिसमें 1 किलोमीटर के दायरे में प्राथमिक तथा 3 किलोमीटर के भीतर उच्च प्राथमिक विद्यालय की अनिवार्यता का उल्लेख है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस निर्णय से छोटे बच्चों की शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
ग्राम प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष अनुज मदनूकी ने भी महासंघ को समर्थन देते हुए कहा कि अगर सरकार ने यह आदेश वापस नहीं लिया तो आने वाले समय में 800 से अधिक ग्राम पंचायतों के प्रधान भी धरना स्थल पर उतरेंगे। महासंघ के जिला महामंत्री वैभव चैहान ने कहा कि सरकार को पहले अवैध व अमान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों को बंद करना चाहिए, न कि सरकारी स्कूलों को कमजोर करने की साजिश करनी चाहिए। जिला मंत्री रजनीश सहगल ने मर्ज प्रक्रिया को शिक्षकों की पदोन्नति व नई भर्ती के अवसरों में कटौती वाला कदम बताया। इस मौके पर सभी ब्लॉकों के अध्यक्ष अमित चैहान (रामपुर), विनय कुमार (नागल), योगेन्द्र कुमार (देवबंद), शिवकुमार (नकुड़), जगवीर सिंह (सरसावा), अशोक रावल (सढौली कदीम), पुष्कर कंबोज (मुजफ्फराबाद), विमल किशोर (पुवारका), सुरेश कुमार (बलियाखेड़ी), आनंद गुप्ता (गंगोह) समेत जिला मीडिया प्रभारी गौरव सिंघल तथा सैकड़ों की संख्या में शिक्षक व ग्राम प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सभा में सीमा सिंह, रीता गुप्ता, सविता, भावना त्यागी, कीर्ति, प्रीति, ललित शर्मा, निशांत शर्मा, महताब, राजेश सैनी, विकास, अमित नगर, विभोर, ब्रजपाल सिंह, शिव कुमार यादव, इजहार अहमद, करण सिंह, समेत अन्य शिक्षकों ने भी भाग लिया और एक स्वर में सरकार से विद्यालय मर्ज नीति को वापस लेने की मांग की।