मानसून सत्र शुरू होने से पहले मायावती ने की खास अपील, ऑपरेशन सिंदूर का भी कर दिया जिक्र

मानसून सत्र शुरू होने से पहले मायावती ने की खास अपील, ऑपरेशन सिंदूर का भी कर दिया जिक्र

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज सोमवार (21 जुलाई) से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र से पहले देश और जनता से जुड़े अहम मुद्दों पर सार्थक चर्चा की अपील की है.

बसपा चीफ मायावती ने कहा कि सरकार और विपक्ष पार्टी हितों से ऊपर उठकर देशहित और जनहित के लिए एकजुट होने का काम करें. इसके साथ ही मायावती ने कहा ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिये सरकार को सकारात्मक रहना चाहिए.

बसपा चीफ मायावती ने एक्स पर लिखा-“संसद का आज से शुरू हो रहा बहुप्रतीक्षित सत्र, पिछले सत्रों की तरह देशहित व जनहित के अहम और अति-ज़रूरी मुद्दों पर उचित एवं समुचित बहस तथा किसी बेहतर परिणाम के बिना ही, सरकार और विपक्ष के बीच टकराव, आरोप-प्रत्यारोप, हंगामा तथा देश के करोड़ों गरीब व अन्य मेहनतकश बहुजनों के थोड़े ’अच्छे दिन’ की ओर सही से आगे बढ़ने के भरोसे के बेगैर ज्यादातर निराश करने वाला ना हो, इसकी सभी देशवासियों को चिन्ता स्वाभाविक.”

क्षेत्र और भाषा विवाद भी समस्या- मायावती

पूर्व सीएम ने लिखा-“वैसे भी देश के सामने जबरदस्त महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी, महिला असुरक्षा तथा खासकर क्षेत्र व भाषा आदि को लेकर बढ़ता आपसी विवाद व हिंसक टकराव आदि के जनहित की समस्याएं के साथ ही आन्तरिक व बाहरी/सीमा सुरक्षा जैसी देशहित के मुद्दे लोगों की सुख-शान्ति व समृद्धि के संघर्ष को प्रभावित कर रहे हैं तथा इन मामलों पर सार्थक बहस के आधार पर आगे की दीर्घकालीन ठोस नीति व रणनीति बनाकर उन पर अमल के लिए संसद का सुचारू रूप से संचालन जनता जरूरी समझती है. ताकि देश विकास व लोग तरक्की के रास्ते पर सही/आसानी से चल सके. जिसमें ही देश के सर्वसमाज एवं बहुजनों का हित निहित है.”

देश के मुद्दों पर एकता बनाएं- मायावती

मायावती ने आगे लिखा- “विश्व के राजनीतिक व आर्थिक हालात जिस तेजी से लगातार नई करवटें बदल रहे हैं उसमें भारत सहित विभिन्न देशों के लोकतंत्र व उसकी संप्रभूता आदि को नई चुनौतियाँ एवं नया खतरा भी मंडराने लगा है. जिसके प्रति भारत सरकार की अपनी राजनीतिक सजगता व कुशलता ही काफी नहीं है, बल्कि उसका सही से मुकाबला करने के लिए सरकार अगर विपक्ष के माध्यम से पूरे देश की जनता को विश्वास में लेकर आगे बढ़े तो यह उचित होगा. वास्तव में सरकार और विपक्ष दोनों पार्टी हित से ऊपर उठकर इन मुद्दों पर एकता बनाएं, यही देश के बहुजनों की चाहत है.”

ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिये सरकार को सकारात्मक रहना चाहिए 

उन्होंने कहा-“इसके साथ ही संसद के वर्तमान मानसून सत्र के दौरान पहलगाम नरसंहार के मामले में भारत के आपरेशन सिन्दूर पर चर्चा के लिये सरकार को सकारात्मक होना चाहिये तो यह बेहतर होगा. क्योंकि देश की जनता व सीमाओं की सुरक्षा अन्ततः सरकार का पूर्ण उत्तरदायित्व बनता है, जिसके प्रति प्रतिपक्ष द्वारा भी पार्टी हित से ऊपर उठकर सरकार से सहयोग का रवैया अपनाना जरूरी अर्थात सरकार व विपक्ष दोनों के लिए देश व जन सुरक्षा सर्वोपरि है.”