किसान आंदोलन: बाॅर्डर सील होने से कामगारों के रोजगार पर संकट, बहादुरगढ़ में कई फैैक्ट्री भी बंद

बहादुरगढ़ । डेढ़ माह से टीकरी बॉर्डर बंद होने के कारण अब साथ लगती काॅलोनियों की गलियों से डेढ़-दो किलोमीटर पैदल दिल्ली तरफ जाना लोगों के लिए आदत सी बन गई है। हालांकि आसपास के हजारों कामगारों के रोजगार पर संकट जरूर बना हुआ है। वे अब दूसरी जगह काम तलाश रहे हैं। बॉर्डर पर दिल्ली की सीमा में बसी कॉलोनी से दिनभर में हजारों लोग पैदल दिल्ली की तरफ आ-जा रहे हैं। यहां से आंदोलनकारी किसान भी दिल्ली में सामान आदि लेने के लिए खूब पहुंच रहे हैं।
नौकरीपेशा और अन्य यात्री भी दिल्ली के मुंडका, घेवरा, नांगलोई, टीकरी आदि जगह जाने के लिए यही रास्ता चुन रहे हैं। यहां से एक से डेढ़ किलोमीटर तक पैदल चलते हैं। कुछ तो तीन किलोमीटर का फासला तय करके बहादुरगढ़ के बस स्टैंड पर पहुंच जाते हैं, क्योंकि दो से तीन किलोमीटर की दूरी का ही ऑटो चालक 30 रुपये किराया वसूल रहे हैं।
इस बीच किसानों की ओर से दिल्ली सीमा के पास की इस कॉलोनी की गलियों में आंदोलन स्थल तक पहुंचने के लिए दिशा सूचक बोर्ड भी लगा दिए गए हैं। टेढ़ी मेढ़ी गलियों में कई जगह साइन बोर्ड लगाए गए हैं ताकि दिल्ली की तरफ से आने वाले किसानों और अन्य लोगों को आंदोलन स्थल तक पहुंचने में आसानी हो सके। आंदोलन स्थल से पीवीसी मार्केट तक का हिस्सा पुलिस और सुरक्षा बलों ने अपनी व्यवस्था के लिए ले रखा है। ऐसे में इस मार्केट से आगे ही वाहन मिल पा रहे हैं
पीवीसी मार्केट तक लोगों को पैदल पहुंचना पड़ता है। डेढ़ माह से यही हालात बने हुए हैं। अब यहां के लोगों को इसकी आदत सी हो गई है लेकिन रोजगार पर जो संकट है वह बरकरार है। आसपास कि इन कालोनियों में रहने वाले काफी लोग बहादुरगढ़ के आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र में स्थित कंपनियों में काम करते हैं लेकिन यह क्षेत्र इस किसान आंदोलन के कारण काफी दिनों से तक चल रहा है। इसी वजह से भारी संख्या में कामगारों के रोजगार पर संकट बना हुआ है उत्पादन न होने के कारण काम नहीं है, ऐसे में फैक्ट्री मालिक भी हाथ खड़े कर रहे हैं।
दिल्ली में काम की तलाश में भटक रहे कामगार
टीकरी बॉर्डर पर लवकुश कालोनी में रह रहे यज्ञदेव ने बताया कि पहले वे बहादुरगढ़ की फैक्ट्री में काम करते थे। डेढ़ माह से कंपनी बंद है। ऐसे में अब वह और उसके कई साथी इंतजार करके दिल्ली के मंगोलपुरी क्षेत्र में काम की तलाश में जा रहे हैं। अभी काम नहीं मिला है। कुछ लोगों ने दूसरी जगह काम ढूंढा है, मगर वह दूर है। यहां पर कंपनी पास में ही है।