धर्म की रक्षा के लिए प्रत्येक युग में अवतार लेते हैं भगवान: संत गोपीराम

धर्म की रक्षा के लिए प्रत्येक युग में अवतार लेते हैं भगवान: संत गोपीराम
  • सहारनपुर में श्रीमद भागवत कथा का अमृतपान करते श्रद्धालु।

सहारनपुर। भगवताचार्य संत गोपीराम जी महाराज ने कहा कि धर्म की रक्षा और अधर्मी दानवों के सर्वनाश के लिए भगवान प्रत्येक युग में अवतार लेते हैं। संत गोपीराम महाराज यहां गोपाल नगर नुमाईश कैम्प में सांवरा संकीर्तन मंडल परिवार के रजत जयंती महोत्सव व शुभ व्याहुला महोत्सव की पंचम वर्षगांठ के उपलक्ष में चल रहे अष्ट दिवसीय महोत्सव में ज्ञान की अमृत वर्षा कर रहे थे। उन्होंने भगवान के 24 अवतारों की कथा का बखान करते हुए मत्स्य अवतार व वरहा अवतार की कथा के साथ-साथ भगवान कपिल देव आख्यान सुनाया तथा सांख्य योग की सुंदर व्याख्या कर भक्तों को ज्ञान कराया।

कार्यक्रम संयोजक स्वामी मंगलानंद महाराज ने कहा कि संतों के सानिध्य में रहने वाले मनुष्यों की बुद्धि शुद्ध होती है। संतों के सानिध्य में रहने वाले सज्जन मनुष्य देश, धर्म और गौसवा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। कथा से पूर्व स्वामी मंगलानंद, व्यास पीठ पर विराजमान संत गोपीराम व कथा के यजमान गगन नागपाल, आकाश नागपाल, कमल मिड्ढा, राजू गुलाटी, सुनील गोगिया, राजेश सचदेवा द्वारा पूजन, वंदन व आरती द्वारा सम्मान किया गया। इस दौरान संत कमल किशोर, उपासना पुरी, समाजसेवी महेश नारंग, राजेश आर्य, डा. विजय, नरेश तनेजा, आशा सब्बरवाल, विजयकांत चौहान आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।