एमपी के इन 17 शहरों में नहीं मिलेगी शराब, सीएम मोहन यादव ने बताया पूरे राज्य में शराबबंदी का प्लान

गुजरात और बिहार के बाद मध्य प्रदेश में भी राज्य सरकार शराबबंदी की दिशा में आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खुद शराबबंदी का पूरा प्लान बताया है। उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे करके राज्य शराबबंदी की तरफ आगे बढ़े, इसलिए सरकार ने पहले चरण में 17 धार्मिक शहरों में हमेशा के लिए शराब की दुकानें बंद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने आने वाले चरणों का प्लान विस्तार से नहीं बताया, लेकिन इस बात के संकेत दिए हैं कि आने वाले कुछ साल में मध्य प्रदेश में भी पूर्ण शराबबंदी हो सकती है।
लगभग एक दशक पहले बिहार में राज्य सरकार ने शराबबंदी करने का फैसला किया था। हालांकि, अभी भी बिहार शराब मुक्त राज्य नहीं बना है। यहां अवैध शराब की बिक्री के कई मामले सामने आते रहते हैं। कई मौकों पर जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत भी हुई है। बिहार की तुलना में गुजरात में बेहतर तरीके से शराबबंदी लागू की गई। यह राज्य देश के अग्रिणी राज्यों में से एक है।
नरसिंहपुर में किया था बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नरसिंहपुर में शराबबंदी पर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा “मैं दोबारा बड़ा निर्णय कर रहा हूं। समाज में नशाखोरी की आदत खासकर शराब से परिवार के परिवार बर्बाद हो जाते हैं। यह बड़ा कष्ट का विषय है। शराब से सामाजिक बुराई आती है इसलिए हमने संकल्प लिया है कि हमारे सरकार के माध्यम से 17 अलग-अलग धार्मिक नगरी में शराबबंदी लागू होगी। धार्मिक शहरों के अंदर शराब की दुकानों पर ताले लग जाएंगे।”
इन शहरों में बंद होंगी शराब की दुकानें
- महाकाल की नगरी उज्जैन
- ओंकारेश्वर महेश्वर,नर्मदा तट प्राचीन मंदिर
- राम राजा मंदिर ओरछा, जिला निवाड़ी
- मैहर शारदा मंदिर
- सलकनपुर बीजासन मंदिर , जिला सीहोर
- जानापाव, जिला इंदौर
- पीतांबरा पीठ, जिला दतिया
- नलखेड़ा, जिला आगर मालवा
- महेश्वर, जिला खरगोन
- पशुपतिनाथ मंदिर,जिला-मंदसौर
- मां नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक
- मंडला नर्मदा घाट
- मुलताई ताप्ती नदी का उद्गम स्थल
- जबलपुर संस्कारधानी नर्मदा घाट
- चित्रकूट राम घाट
- बरमान नर्मदाघाट
- पन्ना जुगलकिशोर मंदिर