शरद पवार के करीबी नेता का दावा- बीजेपी ने मुझे भी दिया था ये ऑफर, लेकिन हमने जेल जाना पसंद किया
New Delhi : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद शरद पवार गुट के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने दावा किया है कि तीन साल पहले मुझे भी बीजेपी ने ऑफर दिया था लेकिन मैंने जेल जाना पसंद किया। अनिल देशमुख ने नागपुर में कहा कि तीन साल पहले बीजेपी ज्वॉइन करने का प्रेशर मुझे दिया गया था। मुझे बोला गया था कि एफिडेबिट पर साइन करो, तुम्हारे पास सीबीआई और ईडी नहीं जाएगी।
अनिल देशमुख बोले बीजेपी ने दिया लालच
अनिल देशमुख ने दावा किया है कि बीजेपी ने सरकार में भी शामिल होने का ऑफर दिया था। मैने कहा था कि मैं जिंदगी भर जेल में रहना पसंद करुंगा लेकिन बीजेपी मे नहीं जाऊंगा। मैने समझौता नहीं किया इसिलिए मुझे जेल जाना पडा था। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उन्हें मंत्री पद का भी लालच दिया था।
अशोक चव्हाण ने सोमवार को दिया था कांग्रेस से इस्तीफा
बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने अभी हाल में ही कांग्रेस छोड़ दी। वे बीजेपी की तरफ से राज्यसभा जा सकते हैं। चव्हाण ने मंगलवार को कहा कि वह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं मुंबई स्थित भाजपा कार्यालय जाकर आज उसमें (भाजपा में) शामिल हो रहा हूं। आज मेरे जीवन के नए राजनीतिक करियर की शुरुआत है।’’ जब चव्हाण से यह पूछा गया कि क्या उन्हें वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कोई फोन किया, तो उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं मुंबई स्थित कार्यालय में जाकर भाजपा में आधिकारिक तौर पर शामिल हो जाऊंगा। वहां मेरे साथ कुछ नेता भी होंगे। वहां उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा की मुंबई इकाई के प्रमुख आशीष शेलार समेत अन्य लोग होंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री एस बी चव्हाण के बेटे अशोक चव्हाण (65) ने सोमवार को इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस छोड़ना उनका स्वतंत्र फैसला है और उन्होंने अपने इस फैसले का कोई विशेष कारण नहीं बताया। महाराष्ट्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं बाबा सिद्दीकी और मिलिंद देवड़ा ने भी कुछ दिन पहले पार्टी छोड़ दी थी। चव्हाण मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ जिले के रहने वाले हैं। वह 2014-19 के दौरान कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख भी थे। उन्होंने भोकर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था और वह नांदेड़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रह चुके हैं।