कश्मीर: गांदरबल में चल रहा सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन, लगाए गए पैरा कमांडो, कई आतंकी रडार पर

मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के नारानाग के ऊपरी जंगल क्षेत्र में 25 किलोमीटर के इलाके में पिछले 10 दिनों से अधिक समय से आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। इसमें सेना के पैरा कमांडो शामिल किए गए हैं। अब तक इस ऑपरेशन में दो आतंकियों को मार गिराया गया है, जबकि कुछ अन्य आतंकियों के इलाके में होने की संभावना है।

जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित राज्य की घोषणा के बाद यह आतंकियों के खिलाफ  सबसे बड़ा ऑपरेशन है। सेना और पुलिस के एसओजी की ओर से टेंपररी ऑपरेशनल बेस (टीओबी) भी स्थापित किए गए हैं ताकि गुरेज से घुसपैठ कर इस रास्ते का इस्तेमाल करने वाले आतंकियों को निचले इलाकों में दाखिल होने से पहले मार गिराया जाए।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इलाके में आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन के दौरान 27 सितंबर को रात में करीब साढ़े आठ बजे पहला कांटेक्ट हुआ जिसमें एक आतंकी को मार गिराने में सफ लता मिली। इसके बाद इलाके में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन को जारी रखा गया और तीसरे दिन एक अन्य आतंकी को मार गिराया गया। यह आतंकियों का एक बड़ा दल हो सकता है जो बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर से घुसपैठ कर दाखिल हुआ हो।

मुमकिन है इस रास्ते से दक्षिणी कश्मीर की ओर जा रहा हो। जहां ऑपरेशन जारी है वह गांदरबल जिले के गंगबल से काफ ी दूर जंगल में है। वहां तक पहुंचने के लिए करीब 7 घंटे का पैदल सफर करना पड़ता है। दुर्गम पहाड़ी इलाका होने के साथ-साथ खराब मौसम इस ऑपरेशन में एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।

मारे गए आतंकियों की डीएनए सैंपलिंग
सूत्रों के अनुसार मारे गए आतंकियों को चुर्नाद इलाके में दफ नाया गया है। इस बीच मेडिकल स्टाफ  की छह सदस्यीय टीम को वहां डीएनए सैंपलिंग के लिए भेजा गया था जिसमें दो डॉक्टर शामिल थे। हालांकि, अभी तक डीएनए की रिपोर्ट आना बाकी है। इस बीच सोपोर के एक परिवार ने एक आतंकी को उनका बेटा बताते हुए उसके शव की मांग की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार ऐसे समय में जब घाटी में इंटरनेट और फोन बंद है तो परिवार का ऐसा दावा करना चौंकाने वाला है। परिवार के अनुसार उनका बेटा कमरुद्दीन घर से नेपाल जाने के लिए निकला था लेकिन अप्रैल 2018 में वाघा बॉर्डर के रास्ते अपने पासपोर्ट पर पाकिस्तान चला गया था। इसके बाद पुलिस ने उसे सी-कैटेगरी के आतंकी सूची में डाल दिया था।

60 आतंकियों के घुसपैठ की आशंका
सूत्रों के अनुसार पिछले दो महीनों में उत्तरी कश्मीर से सटी एलओसी के रास्ते से करीब 60 आतंकी घुसपैठ कर भारतीय सीमा में दाखिल होने में कामयाब रहे हैं। रविवार तड़के करीब 3 बजे भी सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा के नौगाम सेक्टर में एलओसी के रास्ते एक बड़े आतंकियों के ग्रुप ने घुसपैठ की कोशिश की थी जिसे वहां पर तैनात सेना के जवानों ने खदेड़ दिया था। सेना ने सोमवार को भी इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया।

दो महीने में 450 बार सर्च ऑपरेशन
सूत्रों के अनुसार अनुच्छेद 370 हटने के बाद पांच अगस्त से घाटी में सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए ऑपरेशन के दौरान कई बार आतंकियों को देखा गया है लेकिन रिहायशी इलाकों में ऑपरेशन अंजाम नहीं दिए गए। 650 सर्च ऑपरेशनों में करीब 400 से अधिक बार आतंकियों की मूवमेंट रिहायशी इलाकों में देखी गई।


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