लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (PSPL) का कांग्रेस (Congress) के साथ गठबंधन या विलय करने का संकेत दे चुके शिवपाल सिंह यादव ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर बधाई देने के लिए जारी संदेश में बड़ा बम फोड़ा है। उन्होंने इसमें पिता को कष्ट देने वाले को ‘कंस’ कहा है। उनका इशारा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की ओर है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर एक पन्ने का बधाई संदेश जारी किया है। इटावा के जसवंतनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह ने बधाई संदेश में सभी को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की शुभकामना दी है। जसवंतनगर सीट से विधायक शिवपाल ने बधाई संदेश की शुरुआत में प्रिय ययाति सुत यदुवंशियों को संबोधित करते हुए पत्र लिखा। उन्होंने गीता में भगवान कृष्ण के संदेश- यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम। का उल्लखेख करते हुए अत्याचारियों को दंड देकर धर्म की स्थापना किए जाने की बात कही है।
शिवपाल ने यदुवंशी वीरों का आह्वान करते हुए आगे लिखा, ‘समाजवादी पार्टी (लोहिया) भी ईश्वर द्वारा रचित किसी विराट नियति और विधान का परिणाम है।’ धर्म की रक्षा में दायित्व निभाने की बात करते हुए समाज में शांति, समरसता, एकता और लोक कल्याण के लिए सभी से अपील की।
शिवपाल ने ग्वाल कुमारों और यदुवंश के पालनहारों को लिखी आठ लाइन की छोटी सी कविता भी साझा की, जिसकी अंतिम पंक्तियां हैं-
मैं चला धर्म ध्वज लिए हुए,
अपना कर्तव्य निभाने को,
आह्वान तुम्हारा यादव वीरों,
देर न करना आने को।
उन्होंने भगवद्गीता का उल्लेख कर यादव समाज से अनूठी अपील कर डाली। पिता को छल बल से अपमानित कर पद से हटाने वाले कंस का जिक्र करते हुए अखिलेश के चाचा शिवपाल ने जो आह्वान किया है, उससे तो ऐसा लग रहा है कि वह बिना नाम लिए हुए ही महाभारत के मूड में आ गए हैं। इसके साथ ही लिखा है कि यदुवंश शिरोमणि भगवान श्रीकृष्ण जगत गुरु हैं। सम्पूर्ण विश्व को गीता का ज्ञान देने वाले भगवान श्री कृष्ण सभी यदुवंशजों के साथ सम्पूर्ण विश्व के गौरव है।
शिवपाल सिंह यादव ने आगे लिखा है कि समाज में जब कोई भी ‘कंस’ अपने पूज्य (पिता) को छल-बल से अपमानित कर पद से हटाकर अनाधिकृत अधिपत्य स्थापित करता है तो धर्म की रक्षा के लिए मां यशोदा के लाल ग्वालों के सखा योगेश्वर श्रीकृष्ण अवतार लेते हैं और अपने योग माया से अत्याचारियों को दंड देकर धर्म की स्थापना करते हैं। शिवपाल सिंह यादव का यह पत्र अब उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारे में सरगर्मी बना है। कयास लग रहे हैं कि कंस के रूप में उनका इशारा किसकी ओर है।
शिवपाल बोले संगठन को पूरे प्रदेश में करेंगे मजबूत
प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उनकी पार्टी 2024 के चुनाव की तैयारी में लगी हुई है। उससे पहले अपने संगठन को पूरे प्रदेश में मजबूत किया जाएगा। समाजवादी पार्टी ने उन्हें गठबंधन का सदस्य माना था। अब उन्हें अलग कर दिया। अखिलेश यादव ने उन्हें अपना नहीं माना इसलिए अब वह खुद ही अलग हो गए। छोटे-छोटे दलों को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि समय आने पर अगर वे कोई फैसला लेंगे तो जरूर अवगत कराया जाएगा।
पहले कयास लग रहे हैं कि शिवपाल सिंह यादव लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के साथ गठबंधन या फिर अपनी पार्टी का विलय करेंगे। दूसरी ओर शिवपाल सिंह यादव अपनी पार्टी का प्रदेश में विस्तार भी कर रहे हैं। बेटे आदित्य यादव को उन्होंने पार्टी का उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष भी बनाया है। आदित्य यादव फिलहाल उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव की राजनीति में व्यस्त हैं। वह अब पार्टी का प्रदेश में विस्तार भी करेंगे।