बंगाल की मुख्यमंत्री के भाई कार्तिक बनर्जी हुए बागी, कहा-वंंशवाद की राजनीति को करना चाहता हूं खत्म

कोलकाता । कुछ दिन पहले भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा था कि जल्द ही हरिश मुखर्जी रोड (बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आवास) में भी कमल खिलेगा। सूत्रों की मानें तो हकीकत में ही कुछ ऐसा ही होने जा रहा है। दरअसल ममता बनर्जी के भाई कार्तिक बनर्जी ने भी बागी तेवर दिखा दिया है। उन्होंने कहा है कि वह बंगाल में वशंवाद की राजनीति को खत्म करना चाहते हैं। वह ऐसे राजनेताओं से तंग आ गए हैं जो लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की बात करते हैं, लेकिन अपने ही परिवार के सदस्यों के जीवन को बेहतर बनाते हैं। बनर्जी के इस बयान के बाद उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हैं।
बताते चलें कि विधानसभा चुनाव के पहले तृणमूल कांग्रेस में भगदड़ जारी है। अभी तक कई नेता तृणमूल छोड़ कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। भाजपा तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी पर अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को बढ़ावा देने और वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगा रही है। भाजपा के नेता लगातार उन पर हमला कर रहे हैं। ऐसी घड़ी में कल विवेकानंद की जयंती पर मुख्यमंत्री के आवास के निकट आयोजित एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी के भाई कार्तिक बनर्जी ने बागी तेवर दिखाते हुए कहा कि वह बंगाल में वशंवाद की राजनीति को खत्म करना चाहते हैं। वह ऐसे राजनेताओं से तंग आ गए हैं जो लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की बात करते हैं, लेकिन अपने ही परिवार के सदस्यों के जीवन को बेहतर बनाते हैं।
कार्तिक बनर्जी के इस बयान से राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है और उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जाने लगी है। हालांकि कार्तिक बनर्जी ने इस बारे में साफ जवाब नहीं दिया। कार्तिक बनर्जी ने कहा कि वह सामान्य रूप से राजनीति में पाखंड के खिलाफ बोल रहे हैं। राजनीति लोगों के बारे में होनी चाहिए, जो सार्वजनिक रूप से उनके जीवन को बेहतर बना सकती है। यह नहीं भूलना चाहिए कि संतों ने क्या सलाह दी। उन्हें पहले लोगों के बारे में सोचना चाहिए, परिवार के बारे में बाद में।
गौरतलब है कि हाल में तृणमूल से भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि वह अपने घर में भी कमल फूल खिलाएंगे और हरीश मुखर्जी रोड में कमल फूल खिलाएंगे। बता दें कि हरीश मुखर्जी रोड में ममता बनर्जी का पैतृक आवास है। इधर कार्तिक बनर्जी तृणमूल कांग्रेस की गतिविधियों में भी हिस्सा नहीं ले रहे हैं। परिवार में भतीजे अभिषेक बनर्जी को तवज्जो मिलने से भी वह दुखी हैं।