अग्निपथ स्कीम पर तीनों सेना प्रमुखों की संयुक्त प्रेसवार्ता, कहा- भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं

अग्निपथ स्कीम पर तीनों सेना प्रमुखों की संयुक्त प्रेसवार्ता, कहा- भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं
  • देशभर में अग्निपथ स्कीम को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है. इस बीच सेना ने मंगलवार को एक संयुक्त प्रेसवार्ता की और स्कीम से जुड़ी जानकारी को सामने रखा.

नई दिल्ली: देशभर में अग्निपथ स्कीम (Agnipath) को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है. इस बीच सेना ने मंगलवार को एक संयुक्त प्रेसवार्ता की और स्कीम से जुड़ी जानकारी को सामने रखा. सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी (Lt General Anil Puri) ने कहा कि दुनिया के किसी अन्य देश में भारत के समान जनसांख्यिकीय लाभांश नहीं है. हमारे 50 प्रतिशत युवा 25 वर्ष से कम आयु वर्ग के हैं. सेना को इसका अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए. हमें  इस जनसांख्यिकीय लाभांश को प्रतिबिंबित करना होगा. उन्होंने कहा, भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है. रेजिमेंटल प्रक्रिया अपरिवर्तित रहेगी. हम एक वचनबद्धता लेंगे और उम्मीदवारों को प्रतिज्ञा प्रस्तुत करनी होगी कि वे किसी भी आगजनी/ तोड़फोड़ में शामिल नहीं थे.

उन्होंने कहा, अग्निपथ योजना तीन चीजों को संतुलित करती है, पहली सशस्त्र बलों की युवा प्रोफ़ाइल, तकनीकी जानकार और सेना में शामिल होने वाले अनुकूलनीय लोग, तीसरा व्यक्ति को भविष्य के लिए तैयार करता है. इस बीच भारतीय वायु सेना ने अग्निवीरों के लिए पहली नोटिफिकेशन जारी की है, इसमें सूचित किया गया है कि  अग्निपथ भर्ती स्कीम के लिए पंजीकरण 24 जून 2022 से आरंभ होगा. ये 5 जुलाई 2022 को समाप्त होगा. ऑनलाइन परीक्षा 24 जुलाई 2022 से आरंभ होगी.

क्या है विदेशों में प्रक्रिया 

सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमेरिका में 8 साल के लिए नियुक्ति होती है। इसमें से  4 साल ऐक्टिव और 4 साल रिजर्व होता है। 10 हफ्ते की ट्रेनिंग और औसत उम्र 27 साल तय की गई है। यूके में 16 साल की उम्र तय की गई है। यहां पर इंगेजमेंट 12 साल तय होती है।  चीन का उदाहरण देेते हुए उन्होंने बताया कि अनिवार्य मिलिट्री सर्विस के मामले में 18 साल की उम्र में 2 साल का सक्रिया होती है। 6 माह की ट्रेनिंग होती है। पुरी ने बताया कि हम बाहर के देशों से कॉपी-पेस्ट नहीं कर रहे हैं। भारत की समस्या का हल देश के हिसाब से होगा।

स्कीम को तैयार करने से पहले किया गया मंथन 

अग्रिपथ स्कीम लॉन्च करने से पहले सेना के स्तर पर काफी मंथन किया गया था। पुरी ने बताया कि सभी हितधारकों के साथ सेवाओं के स्तर पर 150 बैठक और 500 घंटे की बैठकें हुईं। रक्षा मंत्रालय के स्तर पर 60 बैठकें हुईं और 150 घंटे लगाए गए। सरकार के स्तर पर 44 बैठकें हुईं और 100 घंटे का समय विचार-विमर्श में लगा। उन्होंने कहा कि लॉन्चिंग के समय की जहां तक बात है तो हम तो 1990 में ही लॉन्च कर देते लेकिन मंथन में समय लगा।

भारतीय वायु सेना ने अधिसूचना में कहा कि 29 दिसंबर 1999 से 29 जून 2005 के बीच जन्में उम्मीदवार ही इसके लिए आवेदन कर सकेंगे. वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा ​कि उन्हें यह ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि ऊपरी आयु सीमा (भर्ती के लिए) को संशोधित कर 23 वर्ष कर दी गई है. इससे ज्यादा से ज्यादा युवाओं को लाभ मिलेगा.  भारतीय वायुसेना के लिए भर्ती प्रक्रिया 24 जून से आरंभ होगी. कोरोना वायरस ने सेना की भर्ती को दो साल से ज्यादा समय तक के लिए टाल दिया. 2019-2020 में सेना ने जवानों की भर्ती की थी. इसके बाद से कोई एंट्री अभी नहीं हुई है.

अग्निपथ का विरोध

सशस्त्र बलों में रिक्यूप्मेंट को लेकर केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना लाई गई थी. कई राज्यों में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. बिहार में सैकड़ों उम्मीदवारों ने रेल और सड़क यातायात को बाधित कर दिया. वहीं पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. सशस्त्र बलों की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव लाने के प्रयास में सरकार द्वारा हाल ही   में अग्निपथ योजना आरंंभ की गई थी. इस दौरान केंद्र ने अग्निवीरों की भर्ती को लेकर कई बदलाव किए. इसमें आयु सीमा में बदलाव लाने का निर्णय लिया गया. केंद्र ने 16 जून, 2022 को ऐलान किया कि अग्निपथ योजना के जरिए भर्ती के लिए अग्निवीर की ऊपरी आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष की गई है.