वाशिंगटन। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) का जेम्स वेब टेलीस्काप ( James Webb Space Telescope) ने अब तक खींचे गए ब्रह्मांड के सबसे गहरे चित्र को दुनिया के सामने उजागर किया। टेलीस्काप द्वारा ली गई तस्वीर आकाशगंगाओं से भरी हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को व्हाइट हाउस में नासा के प्रशासक बिल नेल्सन की उपस्थिति में जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की पहली छवि जारी की।

बाइडन ने एक ट्वीट में कहा, ‘वेब स्पेस टेलीस्कोप से पहली छवि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण का प्रतिनिधित्व करती है। खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए … और अमेरिका और पूरी मानवता के लिए।’

 

इस छवि के बाद मंगलवार को टेलीस्कोप के शुरुआती बाहरी गेज से चार और गैलेक्टिक ब्यूटी (Galactic beauty) फोटो जारी किए जाएंगे। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, व्हाइट हाउस के एक कार्यक्रम में जारी की गई ‘डीप फील्ड’ छवि बहुत सारे सितारों से भरी हुई है। नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने पिछले महीने एक ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा, ‘हम मानवता को ब्रह्मांड के बारे में एक नया दृष्टिकोण देने जा रहे हैं। और यह एक ऐसा दृश्य है जिसे हमने पहले कभी नहीं देखा है।’

योजना यह है कि दूरबीन का उपयोग इस हद तक किया जाए कि वैज्ञानिकों को लगभग 13.7 अरब साल पहले ब्रह्मांड के शुरुआती दिनों की एक झलक मिल सके और करीब ब्रह्मांडीय वस्तुओं, यहां तक ​​​​कि हमारे अपने सौर मंडल को भी तेज फोकस के साथ जूम इन किया जा सके।

 

अब तक का सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप 

बता दें कि जेम्स स्पेस टेलीस्काप दुनिया का सबसे शक्तिशाली टेलीस्काप है जिसे नासा, यूरोपियन स्पेस एजेंसी और कनाडाई स्पेश एजेंसी ने मिलकर बनाया है। इसमें एक गोल्डन मिरर लगा हुआ है, जिसकी चौड़ाई करीब 21.32 फीट है। यह मिरर बेरिलियम से बने 18 षटकोण टुकड़े को जोड़कर बनाया गया है। हर टुकड़े पर 48.2 ग्राम सोने की परत चढ़ी हुई है जिससे यह एक परावर्तक की तरह काम करता है।

इस अंतरिक्ष दूरबीन को मुख्य रूप से इंफ्रारेड एस्ट्रोनामी के संचालन के लिए डिजाइन किया गया है। यह अंतरिक्ष में अब तक का सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप है, इसका बेहतरीन इन्फ्रारेड रिजाल्यूशन और संवेदनशीलता इसे हबल स्पेस टेलीस्काप के मुकाबले बहुत पुरानी और बहुत दूरी की धुंधली वस्तुओं को देखने में सक्षम बनाएगी। इसकी मदद से सबसे पुराने सितारों का अवलोकन और पहली आकाशगंगाओं का निर्माण, और संभावित रहने योग्य एक्सोप्लैनेट के विस्तृत वायुमंडलीय लक्षण के वर्णन में सहायता मिलेगी।

25 दिसंबर 2021 को किया गया लान्च

इसे 25 दिसंबर 2021 में फ्रेंच गुयाना के गुयाना स्पेस सेंटर से लांच किया गया था। इसे शक्तिशाली एरियन-5 राकेट (Ariane-5 Rocket) के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया। 2007 में लान्च करने की योजना के साथ इसका विकास 1996 में शुरू हुआ था। इस योजना की शुरुआत 50 करोड़ अमेरिकी डालर के बजट के साथ हुई थी।