“क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है?” – विदेश दौरे पर सलमान खुर्शीद का भावुक संदेश

नई दिल्ली/पूर्वी एशिया: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने सोमवार को एक भावुक टिप्पणी करते हुए भारत में राजनीतिक मतभेदों के माहौल पर चिंता जताई। वह इस समय जेडी(यू) सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में पूर्वी एशिया की यात्रा पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकजुट आवाज को वैश्विक मंचों पर प्रस्तुत करना है।
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखते हुए खुर्शीद ने कहा:
“जब हम आतंकवाद के खिलाफ मिशन पर भारत की बात दुनिया तक पहुंचा रहे हैं, तब घर में लोग राजनीतिक निष्ठाओं की गणना कर रहे हैं — यह दुखद है। क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है?”
राजनीति से ऊपर उठने की अपील
बाद में मीडिया से बातचीत में सलमान खुर्शीद ने स्पष्ट किया कि कुछ लोग उनकी इस यात्रा पर सवाल उठा रहे हैं क्योंकि इसमें भाजपा नेता भी शामिल हैं। उन्होंने कहा:
“लोग पूछते हैं कि आप ऐसे प्रतिनिधिमंडल में क्यों हैं जिसमें भाजपा के लोग भी हैं। मेरा जवाब है: हम यहां वही कर रहे हैं जो देश के हित में है। चाहे आप किसी भी राजनीतिक दल से हों, जब बात भारत की हो, तो एकजुट आवाज जरूरी है।”
उन्होंने आगे कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य सरकार का समर्थन या विरोध करना नहीं, बल्कि भारत के लिए बोलना है।
“अगर मुझे भारत सरकार का विरोध करना होता, तो मैं घर पर ही रहता। मैं यहां भारत के लिए आया हूं — केवल भारत के लिए।”
‘देश पहले’ की भावना पर जोर
खुर्शीद ने यह भी कहा कि 10-12 दिन की इस विदेश यात्रा के बाद वे लौटकर फिर से राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेंगे, लेकिन इस समय देश को प्राथमिकता देना उनका उद्देश्य है।
“कुछ लोग कह रहे हैं कि मैं किसी पक्ष का समर्थन कर रहा हूं। मैं केवल उस पक्ष का समर्थन कर रहा हूं जो भारत के पक्ष में खड़ा है।”
उनकी यह टिप्पणी उन आलोचनाओं के जवाब में आई है जिनमें विपक्षी नेताओं के साथ एक मंच पर दिखने को लेकर सवाल खड़े किए गए थे।