दुनिया को पीपीई किट निर्यात करेगा भारत, इंटरनैशनल सर्टिफिकेशन की तैयारियां तेज

दुनिया को पीपीई किट निर्यात करेगा भारत, इंटरनैशनल सर्टिफिकेशन की तैयारियां तेज

 

  • आने वाले दिनों में भारत दुनियाभर को पीपीई किट का निर्यात करेगा
  • केंद्र ने इस उद्योग से इंटरनैशनल सर्टिफिकेशन की तैयारी करने के लिए कहा
  • सरकार घरेलू मांग को देखते हुए पीपीई किट के निर्यात पर फैसला करेगी
  • मैन्युफैक्चरर्स को यूरोपीय संघ में पीपीई के निर्यात के लिए सीई मार्किंग की जरूरत

नई दिल्ली
कभी पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) किट के लिए चीन पर निर्भर रहने वाला भारत आज इस मामले में न सिर्फ आत्मनिर्भर हो गया है, बल्कि इसका निर्यात करने की स्थिति में पहुंच गया है। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस महामारी में अवसर को भांपते हुए पीपीई किट बनाने वाले उद्योग से कहा है कि वे इसके ग्लोबल सर्टिफिकेशन की तैयारी करें, ताकि इसका निर्यात किया जा सके।

अधिकारियों ने कहा है कि पीपीई इंडस्ट्री ने निर्यात की इच्छा जताई है, जिसके लिए उन्हें इंटरनैशनल सर्टिफिकेशन की तैयारी करनी पड़ेगी, जिसके बाद सरकार घरेलू मांग को देखते हुए इसके निर्यात पर फैसला करेगी। उन्होंने कहा, ‘उद्योग को इंटरनैशनल सर्टिफिकेशन की तैयारी करनी चाहिए और अन्य देशों के मानकों पर खरा उतरना चाहिए।’

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मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा, ‘स्वास्थ्य एवं सुरक्षा जैसे कई व्यावहारिक आवश्यकताएं हैं और हर देश के लिए ये मानदंड अलग-अलग हैं।’

मैन्युफैक्चरर्स को यूरोपीय संघ में पीपीई के निर्यात के लिए सीई मार्किंग तथा अमेरिका में इसके निर्यात के लिए फूड ऐंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से सर्टिफिकेशन की जरूरत पड़ती है।

यह सर्टिफिकेशन दो तरीके से मिलता है। या तो सेलर इन ऑथोरिटीज को पीपीई के नमूने भेजे या ये एजेंसियां भारत में अपने अधिकृत प्रयोगशाला को मैन्युफैक्चरर्स को सर्टिफाई करने की मंजूरी दे।

ऐपेरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन ए. शक्तिवेल ने बताया, ‘यूरोपीय संघ, ब्रिटेन तथा अमेरिका से मांग आ रही है। हमने इंटरनैशनल सर्टिफिकेशन के लिए केंद्र सरकार तथा इंडियन मिशन से मदद मांगी है।’