श्री मद भागवत कथा मे भगवान श्री कष्ण की बाल लिलाओ का वर्णन किया

श्री मद भागवत कथा मे भगवान श्री कष्ण की बाल लिलाओ का वर्णन किया
फोटो भागवत कथा सुनाते प0 भगवती प्रसाद शुक्ल

नकुड 6जून इंद्रेश। नगर मे चल रही श्री मद भगवत कथा मे आचार्य भगवती प्रसाद शुक्ल भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओ का वर्णन किया। कहा कि भगवान ने अपने सोलह कलाओं के साथ जन्म लिया। उन्होंने बचपन में राक्षसो का वध करके नंदगांव को बचाया।

उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण की बाल लीलाओ मे माधुर्य है। साथ ही उनमे समाज के लिये बडे संदेश भी है। भगवान राम व श्री कृष्ण मे केाई अंतर नहंी है। त्रेता में जो राम है द्वापर मे वही कृष्ण है। भगवान राम ने मर्यादा का पालन किया तो मर्यादा पुरूषोत्तम बन गये । श्री कृष्ण लीला पुरूषोत्तम है। उन्होंने जन्म मुथुरा मे लिया लेकिन जन्मोत्सव नंदगांव मे मनाया गया।

उन्हांेने पूतना वध ,माखन चोरी, कालिया नाग का मान मर्दन, व गोवर्धन उठाकर इंद्र के गौरव चुर्ण करने की कथाओ का वर्णन किया। आचार्य भगवती प्रसाद शुक्ल ने कहा कि कलियुग मे दान का बडा महत्व है। दान से धन की शुद्धि होती है। वहंी भजन से मन की शुद्धि होती है। भक्ति को बढावा मिलता है। कथा सुनना, मंदिर जाना, सत्संग करना भक्ति के साधन है। जिन्हे अपनाने से भक्ति बढती है।
इस मौके पर कथा मे आये आचार्य मिथलेश कौशिक, रजनीश कौशिक, व पं0 गौरव दीक्षित को श्री राधे गोविंद सेवा समिति ने अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर चंद्रशेखर मिततल, बालेश ठाकुर, रमेश चंद , सुरंेद्रसैनी, सोहित मिततल, अंकित नामदेव, नवदीप मिततल, हरीश गर्ग, मनोज गोयल , राजनशर्मा, राजबीरसिंह , पूजा गोयल, व सविता शर्मा आदि उपस्थित रहे।