शिक्षक भर्ती मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश ने सरकार को घेरा, भाजपा पर लगाया आरक्षण विरोधी होने का आरोप

New Delhi : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को भाजपा सरकार पर आरक्षण विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि दलित-पिछड़ों का हक मारने के लिए ही भाजपा सरकार आरक्षण को विधायी माया जाल में फंसाती है। 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में हाईकोर्ट का फैसला भाजपा सरकार की ढीली व लचर पैरवी का नतीजा है। दलित व ओबीसी अभ्यर्थियों के साथ यह धोखा है। सपा इन अभ्यर्थियों के साथ है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार आरक्षण की मूल भावना की विरोधी है। जातीय जनगणना ही इस समस्या का सही समाधान है, जिससे कि जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण का लाभ मिल सके।
वहीं, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने बुधवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी पिछले दो वर्ष से संघर्ष कर रहे हैं। 6800 दलित व ओबीसी अभ्यर्थियों की सूची हाईकोर्ट ने रद कर दी है। अगर सरकार ने सही पैरवी की होती तो इन अभ्यर्थियों के साथ अन्याय न होता।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह शिक्षक भर्ती आरक्षण का बहुत बड़ा घोटाला है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी इस शिक्षक भर्ती में आरक्षण नियमों का पालन ठीक से न होने की बात कही है। सपा इन अभ्यर्थियों के साथ है, साथ ही सरकार से मांग करती है कि इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देकर इनके साथ न्याय करे।