हिंदू समाज को डा. अम्बेडकर के विचारों का अनुसरण करने की जरूरत: गोपाल

- सहारनपुर में हिंदू जागरण मंच के कार्यक्रम को सम्बोधित करते नगर विधायक राजीव गुम्बर।
सहारनपुर। हिंदू जागरण मंच के प्रांत संगठक गोपाल ने कहा कि हिंदू समाज में यद्यपि जाति व उपजाति का प्रावधान है, लेकिन आज के विषय के अनुरूप इनका विशिष्ठता या हीनता से कोई सम्बंध नहीं है। उन्होंने कहा कि समस्त हिंदू समाज को जाति, पंथ, पूजा पद्धति आदि से ऊपर उठकर समरसता के भाव के साथ भारत को अखंड बनाने के लिए कार्य करना होगा।
प्रांत संगठक गोपाल आज यहां बेहट रोड स्थित एक सभागार में रविदासी विद्वत परिषद के तत्वावधान में आयोजित डा. बी. आर. अम्बेडकर जयंती कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे प्राचीन ऋषि-मुनियों, उपदेशकों, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक नेतृत्व का सदैव वसुधैव कुटुम्बकम में विश्वास ही सर्वोपरि रहा है। आज विधर्मी शक्तियां हिंदू समाज को जातिगत भेदभाव में डालकर देश की एकता व अखंडता को प्रभावित करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर ने अपने लेख व पुस्तक में परिष्कृत हिंदू राष्ट्रवाद की वकालत की है। उसके अनुरूप यदि हम कार्य करत हैं तो यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
प्रांत सम्पर्क प्रमुख ठा. सूर्यकांत सिंह ने कहा कि बाबा साहब अपनी तीन पुस्तक ऑन पार्टिशन, थॉट्स ऑन पाकिस्तान एवं पाकिस्तान एंड पार्टिशीन इंडिया में अपने विचारों में स्पष्ट रूप से मौहम्मद बिन कासिम, महमूद गजनी, मौहम्मद गौरी, चंगेज खां, बाबर, नादिर शाह एवं अहमद शाह अब्दाली के अत्याचारों का वर्णन करते हुए कहा कि इनका उद्देश्य मात्र लूट ही नहीं था बल्कि हिंदुस्तान में मूर्ति पूजा तथा बहुदेव वाद की भावना को नष्ट करना था। उन्होंने कहा कि इस्लाम का मातृत्व सिद्धांत मानव जाति का मातृत्व नहीं है। यह मुसलमानों तक सीमित भाईचारा है। समुदाय के बाहर वालों के लिए उनके पास शत्रुता व तिरस्कार के अलावा कुछ भी नहीं है। उनके विधर्मी षडयंत्रों की विचारधारा पर आज सभी भारतवासियों को चिंतन करने की आवश्यकता है।
संत आनंद मुनि महाराज ने कहा कि आज हिंदू समाज के समक्ष चुनौतियों का निदान बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के विचारों के अनुसार ही कार्य करके किया जा सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत जगराम दास व संचालन महंत सुंदरदास ने किया।
इस दौरान महंत मदन दास, अनिल अरोड़ा, अश्विनी शर्मा, राजकुमार शर्मा, हर्ष डाबर, रजत गोयल, अपनेश चौहान, राधेश्याम पुंडीर, वीरसिंह चौहान, संजू पाल, प्रवेश धवन, प्रदीप ठाकुर, दीपक कश्यप, कुलदीप, धर्मपाल कश्यप, रामपाल कौरी, वीरेंद्र चौहान, महंत धर्मदास, महंत कर्णदास, महंत सरजीत दास, महंत स्वामी कृष्णानंद, महंत सुलतानदास, महंत मांगेराम दास, महंत कुंवरपाल दास, महंत दयाराम महंत शेरसिंह दास, महंत जयकुमार दास, महंत सतपाल, रविकांत पंवार आदि मौजूद रहे।