झांसी: करगुवां गांव में फिर पसरा मातम, पोते पुष्पेंद्र के शोक में दादी का निधन
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव के परिवार वाले अभी जवान बेटे की मौत की घटना से उबर भी नहीं पाए थे कि घर में फिर से मातम पसर गया। पिछले रविवार को झांसी के जिस घाट पर पुष्पेंद्र यादव का अंतिम संस्कार किया गया था, वहां ठीक एक सप्ताह बाद यानी आज पुष्पेंद्र की दादी को मुखाग्नि दी गई।
पुलिस एनकाउंटर में मारे गए पोते पुष्पेंद्र की मौत के गम में रविवार सुबह उसकी दादी की मृत्यु हो गई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पूरे करगुवां गांव में एक बाद फिर शोक की लहर दौड़ गई है।
मालूम हो कि 5 अक्तूबर की रात दुस्साहसिक तरीके से मोंठ थाने के इंस्पेक्टर पर हमला करने के बाद कार लूटकर भागने वाले पुष्पेंद्र यादव को गुरसराय थाना क्षेत्र में रविवार को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया था।
मौके से उसके दो साथी भाग निकले थे। कार से पुलिस ने दो तमंचे, कारतूस व मोबाइल बरामद किया था। आरोप है कि शनिवार को रात करीब नौ बजे मोंठ प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह चौहान पर बमरौली बाईपास तिराहा के पास हमला किया गया था।