गिल की कप्तानी, ठाकुर-जडेजा से प्रसिद्ध कृष्णा तक; हार के बाद गौतम गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस की 5 मुख्य बातें

गिल की कप्तानी, ठाकुर-जडेजा से प्रसिद्ध कृष्णा तक; हार के बाद गौतम गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस की 5 मुख्य बातें

भारत को पहले टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 5 विकेट से हार मिली है. इस हार से भारतीय टीम के अंदर अनुभवहीनता की पोल खुल गई है, खासतौर पर पांचवें दिन टीम इंडिया का बॉलिंग अटैक बुरी तरह संघर्ष करता दिखा. मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज की लाइन और लेंथ बिगड़ी हुई नजर आई. चौथी पारी में 371 रन बहुत बड़ा लक्ष्य होता है, जिसे इंग्लैंड टीम ने आसानी से हासिल कर लिया. इस हार के बाद हेड कोच गौतम गंभीर ने अपनी टीम का बचाव किया है.

लोवर ऑर्डर फ्लॉप, क्या बोले गंभीर

इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की दोनों पारियों में भारत का लोवर ऑर्डर फ्लॉप रहा. पहली पारी में भारत ने सिर्फ 41 रन के भीतर 7 विकेट और दूसरी पारी में 31 रनों के भीतर 6 विकेट गंवा दिए थे. लोवर ऑर्डर के फ्लॉप होने पर गंभीर ने कहा, “मैं बता दूं कि ऐसा नहीं है कि वो अपना बेस्ट नहीं दे रहे थे. मैं जानता हूं कि यह निराशजनक बात है, मैं सोचता हूं कि टीम के खिलाड़ी अन्य किसी व्यक्ति से ज्यादा निराश होंगे. वो अच्छी तरह जानते थे कि हम 570, 580 का स्कोर बना पाते तो हम दबदबा बना सकते थे.”

शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा का बचाव

शार्दुल ठाकुर ने दोनों पारियों में मिलकर सिर्फ 5 रन बनाए और गेंदबाजी में सिर्फ 2 विकेट लिए. गंभीर ने कहा, “शार्दुल ठाकुर को एक मेन बॉलर के तौर पर नहीं बल्कि गेंदबाजी ऑलराउंडर के तौर पर लाया गया था. कभी-कभी कप्तान परिस्थितियों के मुताबिक फैसला लेता है. ठाकुर को कम गेंदबाजी देने का एक कारण यह भी रहा कि रवींद्र जडेजा बढ़िया बॉलिंग कर रहे थे. हमें लगा कि जडेजा टीम टीम के अंदर नियंत्रण लाएंगे. हमें अपने प्रदर्शन में नियंत्रण लाने की जरूरत है.”

शुभमन गिल की कप्तानी पर बोले

शुभमन गिल कप्तानी की पहली परीक्षा में फेल हुए हैं. इसे लेकर गौतम गंभीर ने कहा, “पहले टेस्ट मैच में अवश्य ही घबराहट होती है. कप्तानी मिलना सम्मान की बात है, खुद गिल भी ऐसा कह चुके हैं. मैं जानता हूं कि वो भी घबराए होंगे, इसके बावजूद उन्होंने बढ़िया बैटिंग करके शतक लगाया. गिल के पास काबिलियत है जो उन्हें एक सफल कप्तान बना सकती है. हमें उन्हें थोड़ा समय देने की जरूरत है. यह बतौर कप्तान उनका पहला मैच था, वो अवश्य ही समय के साथ बेहतर होते जाएंगे. यहां वैसे भी कप्तानी करना बहुत कठिन होता है.”

प्रसिद्ध कृष्णा का किया बचाव

प्रसिद्ध कृष्णा ने पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 2 विकेट लिए, लेकिन दोनों पारियों में बहुत महंगे साबित हुए. इस खराब प्रदर्शन के बावजूद गौतम गंभीर ने उनके बचाव में कहा कि कृष्णा में एक बढ़िया टेस्ट गेंदबाज बनने के सारे गुण हैं. बता दें कि कृष्णा अब तक अपने 4 टेस्ट मैचों के करियर में सिर्फ 13 विकेट ले सके हैं.

गेंदबाजी में अनुभवहीनता

पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट लिए, लेकिन उनके अलावा किसी गेंदबाज के ना चलने के कारण इंग्लैंड 465 रनों तक पहुंच गई थी. दूसरी पारी में भी गेंदबाजी में अनुभवहीनता दिखाई पड़ी. इस पर गंभीर ने कहा, “हमें खिलाड़ियों को समय देना होगा. भारतीय टीम में पहले 4 तेज गेंदबाज होते थे, जिनमें प्रत्येक को 40 से अधिक टेस्ट मैचों का अनुभव होता था. वनडे या टी20 मैचों पर इसका ज्यादा प्रभाव नहीं दिखता है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड या दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर अनुभव बहुत महत्व रखता है. हम हर एक मैच के बाद गेंदबाजों के प्रदर्शन का आंकलन करने लगेंगे तो हम अच्छी बॉलिंग यूनिट कैसे तैयार कर पाएंगे.”


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