घर, मंदिर, दुकान… सभी को लाइन से फूंक दिया, रिलीफ कैंप में कैदी बने हिंदू परिवार; मुर्शिदाबाद से जान बचाकर भागे लोगों का दर्द तो जानिए

घर, मंदिर, दुकान… सभी को लाइन से फूंक दिया, रिलीफ कैंप में कैदी बने हिंदू परिवार; मुर्शिदाबाद से जान बचाकर भागे लोगों का दर्द तो जानिए

वक्फ कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल हिंसा की आग में जल रहा है। मुर्शिदाबाद के बाद सोमवार को साउथ 24 परगना में एक बार फिर जबरदस्त हिंसा हुई। इंडियन सेक्युलर फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने भांगरा इलाके में जमकर हिंसा की। पुलिस की गाड़ियां तोड़ दी गई। दुकानों में पत्थबाजी की गई, कई बाइकों में आग लगा दी गई और हाईवे को जाम कर दिया गया। घंटों तक इंडियन सेक्युलर फ्रंट के कार्यकर्ता तोड़फोड़ और हंगामा करते रहे। वहीं पूर्वी बर्धमान में भी इंडियन सेक्युलर फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। पुलिस ने बैरिकेडिंग की तो उसे भी तोड़ने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज करके उपद्रवियों को खदेड़ा।

धुलियान में खौफ के साए में हिंदू

मुर्शिदाबाद में शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद धुलियान इलाके में दंगाइयों का खौफ इस कदर है कि लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। जब बीएसएफ जवानों ने फ्लैग मार्च किया तब जाकर हिूंदू समुदाय के लोग बाहर आए। मुर्शिदाबाद के धुलियान में दंगाईयों ने किसी को नहीं छोड़ा। क्या घर, क्या मंदिर और क्या दुकानें, हर जगह तोड़फोड़ की। दुकानों को लाइन से फूंक दिया। हालात ऐसे है कि यहां रह रहे लोग अपनी जान बचाने के लिए पलायन कर रहे हैं।

1 हजार लोग अपने घरों को छोड़ मालदा पहुंचे

मुर्शिदाबाद में दंगाइयों ने सबसे ज्यादा सुती, धुलियान शमशेरगंज और जंगीपुर में लूटपाट हिंसा और आगजनी की। इसके बाद धुलियान के हिंदू इतने डर गए कि करीब एक हजार लोग अपने घरों को छोड़ कर मालदा पहुंच गए हैं। हिंदुओं ने अब मालदा के लालपुर हाईस्कूल में शरण ली है लेकिन यहां भी इन लोगों की परेशानी खत्म नहीं हुई है। स्कूल को पुलिस ने बंद कर दिया है। किसी को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है जिससे लोगों को खाने पीने की परेशानी हो रही है। लोगों को दवाईयां तक नहीं मिल पा रही हैं।

हिंसा पीड़ितों का छलका दर्द

हिंसा पीड़ितों की आपबीती दिल दहला देने वाली है। वक्फ कानून के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रही भीड़ के सामने जो कुछ भी आया उसे तहस नहस कर दिया। हिंदू दुकानदारों का आरोप है कि दुकानों के शटर तोड़कर घुसी भीड़ ने जमकर लूट-पाट और आगजनी की। वर्षों पुराने मेडिकल स्टोर को लूट लिया तो किसी की जमे जमाए बिजनेस को भीड़ ने तबाह कर दिया। हिंसा पीड़ितों को अब प्रशासन से उम्मीद है कि वो हिंसा में शामिल लोगों पर एक्शन ले और उन्हें न्याय दिलाए।

कैंप में कैदी बने हिंदू परिवार!

ये हकीकत है उस पश्चिम बंगाल की जहां की मु्ख्यमंत्री ममता बनर्जी हिंदू मुस्लिम भाई चारे की बात करती है लेकिन हकीकत ये हैं कि एक समुदाय सड़क पर उत्पात मचा रहा है और हिंदू अपने घरों और रिलीफ कैंपों में कैद है।

मुर्शिदाबाद हिंसा में क्या अपडेट है?

वहीं, मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद अब हालात सामान्य हो रहे हैं। संवेदनशील इलाकों में भारी मात्रा में सेंट्रल फोर्सेस को तैनात किया गया है। साथ ही हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च कर रही हैं।  पुलिस ने दावा किया कि मुर्शिदाबाद में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है। पूरे जिले में BSF, CRPF और आरएएफ को तैनात किया गया है। जिन इलाकों में हिंसा हुई वहां पैरा मिलिट्री के जवान फ्लैग मार्च कर रहे हैं। सेंट्रल फोर्सेस के आला अफसर मुर्शिदाबाद में कैंप कर रहे हैं। मुर्शिदाबाद में इस वक्त सीआरपीएफ की 4 कंपनी, 4 कंपनी आरएएफ और 9 कंपनी बीएसएफ की तैनात है।


विडियों समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *