संभल में 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक, साजिशकर्ताओं की हो रही पहचान: कमिश्नर
संभल: नगर में हालिया बवाल के बाद स्थिति अब सामान्य हो गई है। इसे बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के नगर में प्रवेश पर पाबंदी लगाई है। संभल के कमिश्नर आंजनेय सिंह ने यह जानकारी दी और लोगों से अपील की कि शांति पूर्ण तरीके से सहयोग करें और आवश्यक होने पर ही नगर में आएं।
गिरफ्तारी और जांच प्रक्रिया जारी
कमिश्नर ने बताया कि घटना में गिरफ्तार किए गए लोगों को न्यायालय भेजा गया है। जरूरत पड़ने पर उन्हें रिमांड पर भी लिया जा सकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी कार्रवाई साक्ष्यों के आधार पर की जा रही है, ताकि किसी निर्दोष को साजिशन फंसाया न जा सके। कुछ लोग नाम बता रहे हैं, लेकिन बिना पुख्ता जांच के किसी पर कार्रवाई नहीं की जाएगी।
जांच टीम का निरीक्षण
रविवार को उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश डीके अरोड़ा की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच दल, जिसमें पूर्व डीजीपी एके जैन भी शामिल थे, ने घटनास्थल का दौरा किया। टीम ने जामा मस्जिद, हरिहर मंदिर और उपद्रव वाले स्थानों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान टीम ने स्थानीय लोगों और जामा मस्जिद के सदर से बातचीत की।
जांच टीम ने क्षेत्र में करीब दो घंटे तक भ्रमण कर महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई। इसके बाद कमिश्नर ने कहा कि यह दौरा जांच आयोग के हिस्से के रूप में था, और आगे भी जांच टीम इस पर काम करेगी।
साजिशकर्ताओं की पहचान पर जोर
कमिश्नर ने बताया कि बवाल के दौरान शामिल सभी आरोपितों की पहचान और साक्ष्य जुटाने का काम तेज़ी से जारी है। घटना के पीछे के साजिशकर्ताओं और योजनाकारों को चिन्हित करना प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी केवल साक्ष्यों और पहचान के आधार पर की जाएगी।
पृष्ठभूमि
24 नवंबर को जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर के प्रकरण को लेकर नगर में हिंसा हुई थी। इसके बाद शासन ने उच्चस्तरीय जांच के लिए एक विशेष दल गठित किया। हिंसा के दौरान एक बाइक को आग के हवाले किया गया था, और उपद्रव के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए थे।
कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि प्रशासन और पुलिस द्वारा शांति बनाए रखने और साजिशकर्ताओं के खिलाफ ठोस कदम उठाने के प्रयास जारी हैं।