गौ संरक्षण केन्द्रों में पशुओं की समुचित देखरेख के साथ ही हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित करें – अपर निदेशक पशुपालन
- कलसिया में 120 लाख की लागत से निर्मित गौ संरक्षण केन्द्र का शुभारम्भ
सहारनपुर [24CN] : अपर निदेशक पशुपालन डाॅ0 हरपाल सिंह ने कहा कि गौ संरक्षण केन्द्र को स्वावलम्बी बनाने के लिये वर्मी कम्पोस्ट विधि द्वारा गोबर का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि पंचगव्य तैयार करने तथा हरे चारे का साइलेज विधि से भण्डारण करना आज समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गौ संरक्षण केन्द्रों में निराश्रित पशुओं की समुचित देखरेख के साथ ही हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
श्री हरपाल सिंह आज यहां ग्राम कलसिया विकास खण्ड मुजफ्फराबाद में नवनिर्मित वृहद गौं संरक्षण केन्द्र के शुभारम्भ के अवसर पर बोल रहे थे। उन्हांेने कहा कि सर्दी, गर्मी व बरसात के मौसम में पशुओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। ज्ञातव्य है कि पशुपालन विभाग उत्तर प्रदेश के द्वारा रूपये 120 लाख रूपए की लागत से गौ संरक्षण केन्द्र का निर्माण कराया गया है। इस गौ संरक्षण केन्द्र में दो भूसा गोदाम, चार कैटल शेड एक कार्यालय तथा सौर ऊर्जा से संचालित पेयजल व्यवस्था का निर्माण किया गया है।
जिला प्रशासन एंव पशुपालन विभाग द्वारा इस वृहद गौ संरक्षण केन्द्र के संचालन का दायित्व श्रीमति कस्तूरी देवी स्मारक गौ प्रबंधन समिति ग्राम कालूवाला पहाडीपुर को सौंपा गया। उक्त संचालन समिति ने गौ संरक्षण से पूर्व पर्याप्त मात्रा में भूसा, हरा चारा एंव स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करने के उपरान्त विधिवत गौ पूजन तथा हवन कर 11 निराश्रित गोवंशो को संरक्षित कर इस वृहद गौ आश्रय स्थल को क्रियाशील किया।
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी सहारनपुर डा० राजीव कुमार सक्सेना ने स्वदेशी नस्लों के सम्वर्धन हेतु गौ आश्रय स्थ्लो के उपयोग के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर मिशन शक्ति के अन्तर्गत गो प्रेमी एंव एकल संस्था से जुडी महिलाओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव श्री सुनील गुप्ता द्वारा किया गया तथा मुख्य अतिथि आचार्य नवल किशोर जी रहे। कार्यक्रम में श्री राकेश कुमार, श्री सुरेन्द्र शर्मा, डा० अनिल यादव, डा०देववृत्त तोमर, डा० आशोक कुमार गिल, डा० धर्मराज वर्मा तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।