DGP प्रशांत कुमार ने धनतेरस, दीपावली और छठ पूजा को लेकर पुलिस को दिए सख्त निर्देश, ‘छोटी-छोटी सूचनाओं पर दिखाएं गंभीरता’
आगामी धनतेरस,दीपावली,भैया दूज, गोवर्धन और छठ पूजा आदि त्योहारों को लेकर आज यूपी पुलिस को डीजीपी ने सख्त निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने पुलिस वालों को कहा है कि त्योहारों के मद्देनजर सर्राफा बाजारों में काफी भीड़-भाड़ होती है, ऐसे में इन इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। यहां पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए। बाजारों में एंटी रोमियो स्क्वाड की भी सक्रिय रखा जाए।
सिविल ड्रेस में रहेगी पुलिस
इसके अलावा कहा गया कि भीड़ भाड़ वाले इलाकों में सिविल ड्रेस में पुलिस तैनात किए जाएं। सीनियर अधिकारी अधिक से अधिक संख्या में पेट्रोलिंग करें। पूर्व में घटी घटनाओं के दृष्टिगत हॉट-स्पॉट चिन्हिंत कर गश्त एवं 112 वाहनों का व्यवस्थापन किया जाए। वहीं, छोटी-छोटी सूचनाओं को अत्यंत गंभीरकता से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों एवं थान प्रभारियों को मौके पर पहुंच कर विवाद को सुलझाया जाए। जिले में रिजर्व पुलिस की टीम बनाकर क्यूआरटी के रूप में भी रखा है तथा उनके साथ सभी दंगा नियंत्रित उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
पटाखों दुकानों की होगी चेंकिंग
विस्फोटक पदार्थ या पटाखा विक्रेताओं के लाइसेंस धारकों की लिस्ट थानावार अप टू डेट कराई जाए। इन दुकानों की उपजिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक एवं फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के साथ चेकिंग की जाए। साथ ही कहा गया कि विस्फोटक दुकानें भीड़भाड़ वाली जगहों से दूर लगाई जाए। पटाखा दुकानों पर पर्याप्त अग्नि शमन यंत्रों को रखा जाए।
ये भी दिए निर्देश
- इसके अलावा, थाने स्तरों पर संभ्रांत नागरिकों के साथ गोष्टी की जाए।
- बस स्टेशन रेलवे स्टेशन शॉपिंग मॉल व भीड़भाड़ वाली सार्वजनिक जगहों पर विशेष नज़र रखें।
- संबंधित अधिकारियों व जरूरी नंबरों का प्रचार किया जाए।
- धार्मिक स्थलों के आसपास पोस्टर चेकिंग अभियान चलाया जाए।
- आसामाजिक तत्वों को सूचीबद्ध तरीके से निगरानी में रखा जाए।
- अयोध्या दीपोत्सव को लेकर एक्सेस कंट्रोल रूम में उचित व्यवस्थाएं की जाए।
- महत्वपूर्ण स्थलों पर पिकेट की तैनाती के साथ डायवर्सन व पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- सरयू नदी में पेट्रोलिंग को लेकर एसओपी तैयार करें।
- दीपोत्सव में शामिल होने वाले वीआईपी व वीवीआईपी स्थलों की एएस चेक टीम व बीडीएस टीम करें।
- घाटों पर प्रकाश व्यवस्था के साथ जल पुलिस गोताखोरों व बाढ़ राहत टीम तैनात की जाए।
- घाटों व आयोजन स्थल पर अल्टरनेट प्रकाश व्यवस्था करें।
- सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म की मॉनिटरिंग की जाए।