देवबंद: करंट की चपेट में आकर दो सगे भाईयों की मौत

- कबूतर पकड़ने के लिए नीचे उतरे थे घर के बाहर बेसमेंट (तलघर) में
- बच्चों की मौत से परिजनो में मचा कोहराम
देवबंद: नगर के मोहल्ला बड़जियाउलहक में करंट की चपेट में आकर दो सगे भाईयों की मौत हो गई। दोनों भाई घर के बाहर बेसमेंट (तलघर) में बैठा कबूतर पकड़ने के लिए नीचे उतरे थे। माना जा रहा है कि इसमें भरे पानी में करंट आ रहा था। जिसकी वजह से हादसा हुआ। पुलिस ने दोनों शवों को मोर्चरी भिजवा दिया है।
मोहल्ला बड़जियाउलहक निवासी नौशाद कुरैशी का बेटा उजैफ (14) और उमेर उर्फ सुफियान (10) घर के बाहर सड़क पार निर्माणाधीन बेसमेंट में भरे बरसाती पानी में पड़े मिले। लोगों ने उन्हें देखकर शोर मचा दिया। इस दौरान वहां भीड़ इकट्ठा हो गई। परिजन भी पहुंच गए। जिन्होंने उन्हें बाहर निकाला और चिकित्सक के यहां लेकर गए। चिकित्सक ने दोनों को जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि दोनों भाई बेसमेंट में अंदर की तरफ बैठा कबूतर पकड़ रहे थे। इस दौरान उसमें भरे पानी को निकालने के लिए लगाई गई मोटर से पानी में करंट आ गया और उसकी चपेट में आकर दोनों की मौत हुई है।
सूचना पर सीओ अशोक सिसोदिया और इंस्पेक्टर संजीव कुमार मौके पर पहुंचे और पूछताछ करते हुए घटनास्थल का मुआयना किया। शुरुआती जांच में जानकारी मिली है कि जिस जगह बच्चे पड़े मिले उस जमीन को एक बैंक ने लोन अदा न करने पर बंधक बनाया हुआ है। इसके स्वामी द्वारा उक्त जमीन में बेसमेंट तैयार कराया जा रहा था। लेकिन बैंक की कार्रवाई के चलते कार्य को बीच में ही रोक दिया गया। नौशाद कुरैशी के पांच बेटे और एक बेटी है। मृतक उजैफ भाईयों में तीसरे नंबर और सुफियान सबसे छोटा था। दोनों की मौत की खबर मिलते ही घटनास्थल पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। सीओ अशोक सिसोदिया का कहना है कि दोनों शवों को कब्जे में लेकर मोर्चरी भिजवा दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
तीन लोगों के खिलाफ दर्ज की गई रिपोर्ट: सागर जैन
एसएपी देहात सागर जैन ने बताया कि मामले में पीडित पिता नौशाद कुरैशी ने की तहरीर पर वक्कार, सऊद और भूट्टु के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसमें बताया गया है कि बच्चे खेलते समय बेसमेंट में पहुंच गए। उसमें पानी निकालने के लिए समरसेबल पंप लगाई गई है। जिसकी वजह से पानी में करंट उतरा हुआ था। इसकी चपेट में आकर दोनों बच्चों की मौत हुई है।
कारें खड़ी होने की वजह से बच्चे गिरने का पता नहीं चला
देवबंद। मोहल्ला बड़जियाउलहक पर जिस जगह हादसा हुआ। वहां दिनरात कारें खड़ी रहती हैं। यदि वहां कारें न खड़ी होती तो बच्चों को गिरते कोई न कोई देख लेता और समय रहते उन्हें बचा लिया होता। वह कब पानी में गिरे। इसकी जानकारी किसी को हुई ही नहीं। अचानक बसमेंट के बराबर से गली से एक शख्स निकला। जिसकी नजर बच्चों पर पड़ी।
बच्चों की मौत पर पूर्व विधायक शशिबाला पुण्डीर ने जताया दुख
देवबंद। पूर्व विधायक शशिबाला पुंडीर ने दोनों बच्चों की मौत पर गहरा दुख जताया है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों से हादसे के दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। पुंडीर ने बताया कि उन्होंने ऊर्जा मंत्री से पीडित परिवार की हर संभव मद्द करने की मांग की है।