दिवाली के बाद दमघोंटू हुई दिल्ली की आबोहवा, NCR का AQI भी ‘जहरीली हवा’ की श्रेणी में पहुंचा
नई दिल्ली । दिवाली के दिन राजधानी दिल्ली में प्रतिबंध के बावजूद खूब पटाखे फोड़े गए, इसके चलते दिल्ली की आबोहवा बहुत खराब स्तर पर पहुंच गई। रात में दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) 323 दर्ज किया गया। जो बहुत खराब श्रेणी को दिखाता है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, दिल्ली का कुल एक्यूआई 323 पर था।
अलग अलग क्षेत्रों की बात करें तो दिल्ली विश्वविद्यालय का एक्यूआई 365 और हवाईअड्डा क्षेत्र का AQI 354 था, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा। मथुरा रोड पर 322, गुरुग्राम का एक्यूआई 342 था। नोएडा का 305, ग्रेटर नोएडा का 274, फरीदाबाद का 254 और गाजियाबाद 300 एक्यूआई थी।
दिल्ली सरकार ने शुरू किया अभियान
दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए AAP सरकार ने एक अभियान शुरू करने की घोषणा की है, जिसका नाम ‘रेड लाइट ऑन और गाड़ी ऑफ’ रखा है। इसका मतलब ट्रैफिक लाइट अगर लाल हो तो वाहनों को बंद कर लिया जाए। इससे प्रदूषण को रोकने में मदद मिलती है। इसके लिए सरकार लोगों को प्रेरित करेगी।
पराली जलाने से भी बढ़ता है प्रदूषण
वहीं, सर्दियों के मौसम में दिल्ली के आसपास के राज्यों पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में पराली जलाने से भी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता है और हवा की गुणवत्ता खराब हो जाती है।
AQI से वायु प्रदूषण का चलता है पता
वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) एक नंबर होता है जिसके जरिए हवा की गुणवत्ता को आंका जाता है। इससे वायु में मौजूद प्रदूषण के स्तर का भी पता लगाया जाता है। एक्यूआई की रीडिंग के आधार पर हवा की गुणवत्ता को छह कैटेगरी में बांटा गया है। शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 और 100 संतोषजनक, 101 और 200 मध्यम, 201 और 300 खराब, 301 और 400 बहुत खराब, और 401 और 500 के बीच AQI को गंभीर माना जाता है।