मोहन भागवत के बयान का दारुल उलूम ने किया स्वागत
कहा: भागवत को सख्त कानून बनाने की मांग करनी चाहिए
देवबंद [डॉ शिबली इकबाल/खिलेंद्र गाँधी]: मॉब लिंचिंग को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान को दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी बनारसी ने स्वागत किया है। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भागवत को सख्त कानून बनाने की मांग करनी चाहिए। ताकि यह सिलसिले बंद हो सके। यह पहला मौका होगा जब संघ प्रमुख के किसी बयान का दारुल उलूम ने स्वागत किया है।
बुधवार को दिए बयान में मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी बनारसी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कहा कि मोहन भागवत के बयान का स्वागत किया जाना चाहिए। लेकिन उनका यह बयान काफी नहीं है। क्योंकि उन्होंने खुद मॉब लिंचिंग के सिलसिले में कोई राय नहीं दी है।
मौलाना बनारसी ने कहा कि मोहन भागवत को इसकी कड़ी निंदा करनी चाहिए और उसको रोकने के लिए बहुत ही सख्त कानून बनाने की मांग करते हुए कानून बनवाना चाहिए। ताकि यह सिलसिला बंद हो।
कहा कि सिर्फ इतना ही काफी नहीं है कि आरएसएस के लोग अगर इसमें शामिल होंगे तो उन्हें संगठन से बाहर निकाल दिया जाएगा। लेकिन यह खुशी की बात है कि उन्होंने इस मुद्दे पर बात की। बता दें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने विदेशी मीडिया से बात करते हुए बयान दिया है कि संघ मॉब लिंचिंग ही नहीं बल्कि सब तरह की हिंसा के खिलाफ है। अगर कोई स्वयंसेवक लिंचिंग में दोषी पाया जाता है तो उसे निकाल बाहर किया जाएगा।
वहीं, भागवत के इस बयान को पिछले दिनों जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी की भागवत से हुई मुलाकात से जोड़कर देखा जा रहा है। दोनों के बीच मॉब लिंचिंग, कश्मीर और एनआरसी के मुद्दे पर बात हुई थी।