Coronavirus: चीन का अमेरिका पर बड़ा आरोप-मदद करने के बजाय फैला रहा डर
चीन ने जानलेवा कोरोनावायरस को लेकर अमेरिका पर बड़ा आरोप लगाया है। चीन ने अमेरिका की आलोचना करते हुए कहा कि मदद करने के बजाय वह इस वायरस को लेकर डर फैला रहा है।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने सोमवार को कहा कि अमेरिका पहला ऐसा देश था, जिसने अपने दूतावास के अधिकतर स्टाफ को वापस बुला लिया। यही नहीं चीनी यात्रियों पर सबसे पहले प्रतिबंध भी उसने ही लगाया है। जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्पष्ट किया था कि वह यात्रा प्रतिबंध की सिफारिश नहीं करेगी।
हुआ ने कहा, ‘इससे सिर्फ और सिर्फ डर का माहौल पैदा हुआ है, जो कि एक बेहद खराब उदाहरण है।’ उन्होंने अन्य देशों से शांति का माहौल बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें विज्ञान के आधार पर अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए। चीन में खतरनाक वायरस की वजह से अब तक 361 लोों की मौत हो चुकी है जबकि 17,000 से ज्यादा लोग इसकी चपेट में हैं। चीन के वुहान प्रांत से शुरू हुआ यह वायरस अब 25 से ज्यादा देशों तक पहुंच चुका है। संक्रमण के खतरे के चलते चीन के विदेश मंत्रालय ने चीनी सोशल मीडिया मैसेजिंग एप्प ‘WeChat’ के जरिए आनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया।
भारत ने भी चीन के लिए ई-वीजा सुविधा को रद्द कर दिया है। साथ ही भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारतीयों को चीन जाने से बचने की सलाह दी है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ ने कहा, ‘डब्ल्यूएचओ महानिदेशक डॉक्टर टेडरॉस अधानोम घेब्रेयेसुस ने वायरस को लेकर स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करते हुए कहा था कि अन्य देशों को उन देशों की मदद करनी चाहिए कि जिनकी स्वास्थ्य प्रणाली कमजोर है और जिसकी तैयारी पूरी नहीं है।’ मगर डब्ल्यूएचओ ने चीन पर यात्रा प्रतिबंध नहीं लगाया है।
हुआ ने कहा, ‘दोस्त वही होता है, जो मुसीबत में काम आता है। कई देशों ने अलग-अलग तरह से चीन की मदद की है। जबकि दूसरी तरफ अमेरिकी अधिकारियों की कथनी और करनी में काफी फर्क है।’ एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को मदद का प्रस्ताव दिया था।