कोरोना वायरस: इटली में 1 दिन में करीब 1000 की मौत, 26 हजार के पार दुनिया का आंकड़ा
- इटली में एक दिन में 970 लोगों की मौत
- मौत का कुल आंकड़ा 9134 पर पहुंचा
- दुनियाभर में 26,350 लोगों की जान गई
- अमेरिका में सबसे ज्यादा लोग इन्फेक्टेड
- 93,329 लोग अमेरिका में पॉजिटिव मिले
रोम
इटली को कोरोना वायरस की त्रासदी से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। पिछले हफ्ते एक-दो दिन मरने वालों की संख्या में कमी आने से माना जा रहा था कि शायद जल्द ही यह देश इस महामारी से उबर जाएगा। हालांकि, शुक्रवार को एक बार फिर भयानक रेकॉर्ड दर्ज करते हुए कोरोना ने इटली में 970 से ज्यादा लोगों की जान ले ली। वहीं, दुनियाभर में इस खतरनाक वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या भी 26,350 हो चुकी है।
एक दिन में 970 की मौत
ताजा आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को इटली में मरने वालों की संख्या में रेकॉर्ड इजाफा हुआ है। यहां अब तक एक दिन में 970 लोगों की मौत हो गई। इससे यूरोपीय देश में मरने वालों की कुल संख्या 9,134 हो गई है। यहां 86,498 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि सिर्फ 10,950 ठीक हो चुके हैं। इस हफ्ते एक दो बार आंकड़ों में कमी आने से देश का मेडिकल स्टाफ मुस्कुराने लगा था लेकिन एक बार फिर हालात दर्दनाक हो गए हैं। हालांकि, इन्फेक्शन का रेट पिछले दिनों रहे 8% से कम होकर 7.4% पर आ गया है।
बन रहा मौत का रेकॉर्ड
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इटली में करीब 5 हफ्ते पहले शुरू हुआ मौत का तांडव अब तेजी से जानें लील रहा है। यहां हर दिन मौतों का रेकॉर्ड बन रहा है। शनिवार को इटली में 793 लोगों की जान चली गई थी और रविवार को यह आंकड़ा 637 रहा। अब तक देश में कुल 5476 लोगों की मौत हो चुकी है।
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इटली में अब तक कोरोना से कुल 53,578 पॉजिटिव केस आ चुके हैं। देश की आबादी ज्यादातर बुजुर्ग होने के कारण इन लोगों को बचा पाना एक बड़ी चुनौती बन चुका है। आलम यह है कि शहर की दीवारों से लेकर अखबार के पन्ने तक हर दिन हो रहीं मौतों के शोक-संदेशों से पटे पड़े हैं।
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इटैलियन मेल नर्स और फटॉग्रफर पाओलो मिरांडा ने मिलान के लॉम्बार्डी में अपनी शिफ्ट के दौरान कुछ तस्वीरें लीं जिससे साफ पता चलता है कि इस त्रासदी के बीच में किस तरह से मेडिकल स्टाफ सुपरहीरो की तरह काम कर रहा है।
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ये लोग इन्फेक्शन के बीच अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और जिंदगियां बचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे हैं और ऐसे में डॉक्टरों को बिना रुके अपना काम करना पड़ रहा है। कई बार वे हताश भी दिखते हैं और ऐसे में एक-दूसरे का ही सहारा भी बनते हैं।
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शिफ्ट्स के बीच में अपने लिए दो पल का चैन जुटाने की कोशिश करते हैं। हफ्तों से जो आराम नहीं मिला है, वह फिलहाल मिलता न देख एक-दूसरे से ताकत हासिल करते हैं।
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चाहे संसाधन कम पड़ रहे हों, वक्त या हिम्मत भी खत्म हो रही हो, डॉक्टर फिर उठ खड़े होते हैं। नए सिरे से लड़ाई लड़ने के लिए।
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मुश्किल की इस घड़ी में पूरी दुनिया एकसाथ खड़ी है। कुछ ऐसा ही क्यूबा ने करके दिखाया है। क्यूबा के डॉक्टर्स इटली के लॉम्बार्डी के लिए निकले हैं। लॉम्बार्डी इटली में सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है और कोरोना का गढ़ बन चुका है। ऐसे हालात में वहां जाने वाले इन डॉक्टर्स को दुनिया सलाम कर रही है।
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रोम के ऑस्टिया में मेडिकल स्टाफ अस्पतालों में तो जुटा ही है, सड़कों पर ऐसे लोगों के लिए निकला है जो बेघर हैं। देश में लॉकडाउन की स्थिति है और ऐसे में बेघर लोगों की मदद को हाथ आगे बढ़ रहे हैं।
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इटली ने कोरोना वायरस से जंग के खिलाफ अपने सेना भी उतार दी है। लॉकडाउन सही तरीके से हो, यह देखने के लिए सेना के जवान चप्पे-चप्पे पर पहरा दे रहे हैं। जब सारा देश घरों में बंद है, ऐसे में ये जवान अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
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रोम में लॉकडाउन के दौरान DJ फ्रांसिस्को सेलिनी ने जोश बढ़ाने का तरीका निकाल लिया। उन्होंने अपने अपार्टमेंट की छत को DJ फ्लोर में बदल दिया और जोर-जोर से म्यूजिक प्ले किया। सन्नाटे के बीच सेलिनी के म्यूजिक ने तनाव भरे माहौल में उम्मीद जगाने का काम किया।
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देखते ही देखते सेलिनी के अपार्टमेंट के आसपास की छतों पर लोग आ गए। ये लोग सेलिनी के साथ मिलकर खूब झूमे और मुश्किल के इस वक्त से जरूर उबरेगा देश, इसकी उम्मीद दिखाई देने लगी।
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अपने-अपने घरों में कैद लोग सोशल डिस्टेंसिंग तो कर रहे हैं लेकिन एकजुटता में कमी नहीं है। कभी बालकनी डांस फ्लोर बन जाती है तो कभी एकजुटता की मिसाल। लोगों ने देश का झंडा अपने घरों में लगा रखा है। वे न सिर्फ इच्छाशक्ति दिखा रहे हैं बल्कि उन डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के लिए सम्मान भी जता रहे हैं जो अपने जी-जान से देश को बचाने में जुटे हैं।
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रोम के एक रेडियो स्टेशन ने लॉकडाउन के दौरान लोगों में जोश भरने के लिए एक गाना प्ले किया और शहर की बालकनियों पर लोग फ्लैशमॉब करते नजर आए। लोगों ने अपने घरों में कैद रहते हुए भी एक-दूसरे का साथ देने का कमिटमेंट जाहिर किया है।
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मिलान के आंद्रे स्मिदिलाई मिलान के अस्पतालों में खाना पहुंचाने का काम कर रहे हैं। मिलान के दो अस्पतालों में इमर्जेंसी में काम चल रहा है और आंद्रे जैसे लोग वहां मदद कर रहे हैं।
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कंटंप्लेटिव सिस्टर्स ऑफ मदर टेरेसा की सिस्टर्स रोम में खाना बांट रही हैं। जरूरत के इस वक्त में लोग एक-दूसरे का हाथ थामकर खड़े हैं और अपना-अपना योगदान दे रहे हैं।
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रोम में वॉलंटिअर्स लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को खाना पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
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इटली में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। माना जा रहा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद देश सबसे भयानक हालाता का सामना कर रहे हैं। लोगों ने इस भयानक वायरस के चलते अपनों को खो दिया है लेकिन अभी और भी लंबी लड़ाई सामने है और इटली को इस चुनौती के लिए तैयार होना पड़ेगा।
अभी और खराब होंगे हालात
वहीं, विशेषज्ञों का आकलन है कि इटली में कोरोना वायरस का संक्रमण आने वाले कुछ दिनों में चरम पर पहुंच जाएगा लेकिन क्षेत्रीय प्रशासन ने इलाज कर रहे चार और प्रमुख चिकित्सकों की मौत के मद्देनजर चेतावनी दी है कि संकट का दौर अभी टला नहीं है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ने ऐहतियातन संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन का सुझाव दिया था जिसके नतीजे जल्द सामने आने लगेंगे। इटली के प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंटे ने पिछले हफ्ते कहा था कि पूर्व में घोषित तीन अप्रैल तक की बंदी लंबे समय तक रहेगी हालांकि, उन्होंने इसकी अवधि नहीं बताई थी।
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अमेरिका सबसे आगे
इटली के बाद सबसे ज्यादा मौतें स्पेन में हुई हैं जहां एक दिन में 569 जानें चली गईं। इसके साथ ही यहां मरने वालों का कुल आंकड़ा 4,934 हो गया है। उधर, महाशक्ति अमेरिका ने दुर्भाग्यपूर्ण रेकॉर्ड अपने नाम किया है। यहां कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा इन्फेक्शन हो चुके हैं। 7,894 नए मामलों के साथ ही यहां कुल 93,329 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। यहां 1,384 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना के संक्रमण का गढ़ बना अमेरिका, चीन और इटली को पीछे छोड़ा
तीसरे नंबर पर चीन
अमेरिका ने सबसे ज्यादा इन्फेक्शन के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है जहां से इस वायरस की शुरुआत हुई थी। चीन अब कुल इन्फेक्शन के मामले में 81,340 के साथ तीसरे नंबर पर है। यहां 3,292 लोगों की मौत हो चुकी है। उधर, ईरान में अब तक कोरोना ने 2,378 लोगों की जान ले ली है। यहां 32,332 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
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यूरोप पर सबसे ज्यादा असर
कोरोना वायरस से यूरोप सबसे ज्यादा प्रभावित महाद्वीप बन गया है। यहां 3 लाख से ज्यादा लोग इन्फेक्शन के शिकार हो चुके हैं। इसके बाद सबसे ज्यादा मामले एशिया से आए हैं। यहां 1,02,043 मामले अब तक सामने आए हैं जिनमें से 3,683 लोगों की मौत हो चुकी है।
अमेरिका
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केस: 93,881मौत: 1,421ठीक हो चुके: 2,429
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केस: 86,498मौत: 9,134ठीक हो चुके: 10,950
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केस: 81,340मौत: 3,292ठीक हो चुके: 74,588
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केस: 64,059मौत: 4,934ठीक हो चुके: 9,357
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केस: 49,344मौत: 304ठीक हो चुके: 5,673
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केस: 32,332मौत: 2,378ठीक हो चुके: 11,133
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केस: 29,155मौत: 1,696ठीक हो चुके: 4,948
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केस: 14,543मौत: 759ठीक हो चुके: 135
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केस: 12,311मौत: 207ठीक हो चुके: 897
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केस: 9,332मौत: 139ठीक हो चुके: 4,528
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