कोरोनाः इटली में 17 मौत, घबराए 85 स्टूडेंट्स ने भारत सरकार से मांगी मदद

कोरोनाः इटली में 17 मौत, घबराए 85 स्टूडेंट्स ने भारत सरकार से मांगी मदद

हाइलाइट्स

  • इटली में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से वहां रह रहे भारतीय परेशान हैं
  • इटली के पाविया शहर में 85 स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं जो भारत से मदद मांग रहे हैं
  • इनमें से कुछ ने अपनी फ्लाइट बुक की थी जो वायरस के कारण रद्द हो गई
  • ये सरकार से अपील कर रहे हैं कि उन्हें जल्द से जल्द भारत जाने में मदद की जाए

जयपुर
उत्तरी इटली के पाविया शहर में एक सप्ताह से फंसे हुए 85 भारतीय स्टूडेंट्स ने मदद की गुहार लगाई है। इटली में कोरोना वायरस से अब 17 मौतें हो चुकी हैं। इनमें से कुछ भारतीयों ने स्वदेश वापसी के लिए टिकट बुक की थी, लेकिन कोरोना वायरस के नए मामलों को देखते हुए उन विमानों को रद्द कर दिया गया।

यूनिवर्सिटी ऑफ पाविया के इंजिनियरिंग डिपार्टमेंट के एक स्टाफ में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्टूडेंट्स घबराए हुए हैं। अब तक 15 स्टाफ को अलग केंद्र में रखा गया है। इंटरनैशनल बिजनस और आत्रप्रन्योरशिप की पढ़ाई कर रही बेंगलुरु की अंकिता के एस ने कहा, ‘हममें से आधे लोगों ने भारत जाने का टिकट कराया था, लेकिन हर दिन विमान रद्द हो रहे हैं और नए टिकट काफी महंगे हैं।’ उन्होंने फोन पर बताया, ‘यहां के ग्रॉसरी शॉप में सामान तेजी से खत्म हो रहे हैं। हमें डर है कि स्थिति जल्दी न बिगड़ जाएगी, इसलिए हमने भारत सरकार से मदद मांगी है।’

पाविया में फंसे 85 भारतीयों में 25 तेलंगाना के, 20 कर्नाटक से, 15 तमिलनाडु के, चार केरल, दिल्ली के दो और राजस्थान, गुरुग्राम और देहरादून एक-एक हैं। इनमें से करीब 65 इंजिनियरिंग कर रहे हैं।

इंडस्ट्री ऑटोमेशन स्टूडेंट पुरुषोत्तम कुमार मधु ने 10 मार्च को भारत आना है, उन्हें पता नहीं है कि यह विमान उस दिन जाएगी या नहीं। उन्होंने कहा, ‘मुझे बताया गया है कि खाड़ी की तरफ से जा रहे विमानों को रद्द किया जा रहा है। भारतीय एयरपोर्ट्स पर उतरने के बाद भारतीयों को 10-15 दिनों तक अलग केंद्र में रखा जाएगा।’

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