‘भगवा आतंकवाद कहनेवाले कांग्रेस नेता माफी मांगें’, मालेगांव ब्लास्ट केस में NIA कोर्ट के फैसले पर बोलीं उमा भारती

नई दिल्ली: मालेगांव ब्लास्ट मामले में एनआईए कोर्ट के फैसले पर उमा भारती ने कहा कि भगवा आतंकवाद कहने वाले कांग्रेस नेताओं को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को कलंकित करने का प्रयास किया गया था। साध्वी प्रज्ञा और अन्य आरोपियों के बरी होने पर मैं राहत महसूस कर रही हूं। बता दें कि एनआईए कोर्ट ने बीजेपी की पूर्व सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित समेत सभी सातों आरोपियों को बरी करते हुए कहा कि उनके खिलाफ कोई ‘‘विश्वसनीय और ठोस सबूत नहीं हैं।’’
ये सब किसकी साजिश थी?
उमा भारती ने कहा कि मुसलमानों में हिंदुओं के प्रति खौफ पैदा करने के लिए यह कांग्रेस द्वारा साजिश की गई थी। साध्वी प्रज्ञा, कर्नल पुरोहित जैसे आर्मी ऑफिसर को प्रताड़ित करना, ये सब तत्कालीन कांग्रेस सरकार की साजिश थी। जिस तरह की यातनाएं साध्वी प्रज्ञा को दी गई वे बेहद अमानवीय थी।
यह हम सबकी रिहाई है-उमा भारती
उमा भारती ने आरोप लगाया कि यह साजिश इसलिए की गई ताकि पूरा का पूरा हिंदू समाज आतंकी घोषित हो जाए और अल्पसंख्यक लोग डरकर कांग्रेस को वोट देने लगें। हम भी एक प्रकार से पिछले 17 वर्षों से मानसिक यातना की जेल में कैद थे। लेकिन आज कोर्ट के फैसले से काफी राहत मिली है। उमा भारती ने कहा कि आज साध्वी प्रज्ञा, कर्नल पुरोहित और अन्य साथियों की रिहाई हम सबकी रिहाई है लेकिन कांग्रेस के नेताओं को माफी मांगनी चाहिए।
ओवैसी के रिएक्शन पर क्या बोलीं उमा भारती?
वहीं इस फैसले पर असदुद्दीन ओवैसी के इस रिएक्शन पर कि सबूत कमजोर थे, उमा भारती ने कहा-असदुद्दीन ओवैसी को मैं कहूंगी कि जो सबूत रखे गए थे वो कमजोर नहीं किए जा सकते थे। उस समय कांग्रेस की सरकार ने वे सबूत रखे थे। उन्हीं सबूतों के आधार पर यह कोर्ट का फैसला आया है। उन्होंने कहा कि ओवैसी साहब से मैं अपील करूंगी कि वे भी उसी तरह से हो जाएं जैसे ऑपरेशन सिंदूर के बाद हो गए थे। इससे देश में उनका सम्मान और बढ़ेगा।