लखनऊ :  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के निर्देश पर मादक पदार्थ तस्करों (Drug Smuggling) के विरुद्ध कार्रवाई का दायरा बढ़ रहा है। नेपाल से लेकर पड़ोसी राज्यों की सीमा पर चौकसी बढ़ाए जाने के साथ ही पुलिस डार्क वेब के जरिए मेथाड्रोन ड्रग्स (सिंथेटिक ड्रग्स) की बढ़ती तस्करी पर भी शिकंजा कसेगी।

एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को दिलाया जाएगा विशेष प्रशिक्षण

  • मादक पदार्थ व अवैध शराब तस्करों की कमर तोड़ने के लिए नवगठित एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) को डार्क वेब के माध्यम से मेथाड्रोन ड्रग की सप्लाई के चेन तक पहुंचने के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा।
  • नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के सहायोग से एएनटीएफ के अधिकारियोें को नशे के इस काले कारोबार के बदलते तरीकों की जानकारी दिलाई जाएगी। पुलिस आइटी विशेषज्ञों की मदद से डार्क वेब पर चल रही ऐसी गतिविधियों पर नजर रखेगी।
  • स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ व एनसीबी ने बीते वर्ष पहली बार दो किलो से अधिक मेथाड्रोन ड्रग (एमडी) पकड़ी थी। डीआरआइ ने भी दिल्ली व नोएडा में कई स्थानों में छापेमारी के दौरान मादक पदार्थों के साथ मेथाड्रोन ड्रग्स भी बरामद किए थे।
  • इसके बाद ही जांच एजेंसियों को पता चला था कि उत्तर प्रदेश में मेथाड्रोन ड्रग्स की सप्लाई सड़क व रेल मार्ग के अलावा कूरियर के जरिए भी की जा रही है। इतना ही नहीं, तस्कर डार्क वेब पर सक्रिय हैं और युवाओं को अगल-अलग माध्यमों से यह जहर उपलब्ध करा रहे हैं, जिसकी कीमत क्रिप्टो करेंसी में वसूली जाती है।
  • करीब दो वर्ष पहले दिल्ली में एक अफ्रीकी नागरिक बड़ी मात्रा में मेथाड्रोन ड्रग के साथ पकड़ा गया था, जिससे पूछताछ में एनसीआर क्षेत्र में इस ड्रग की सप्लाई की बात भी सामने आई थी। साफ है कि प्रदेश में किस तरह नशे का यह कारोबार अपनी जड़ें जमा रहा है। यही वजह है कि एएनटीएफ को इस चुनौती से निपटने के लिए भी तैयार किए जाने का निर्णय किया गया है। एएनटीएफ में साइबर व साफ्टवेयर विशेषज्ञों को भी जोड़े जाने की तैयारी है। एएनटीएफ में अधिकारियों की तैनाती का सिलसिला शुरू हो गया है।

मेथाड्रोन ड्रग के सप्लायरों पर भी रहेगी पुलिस की कड़ी नजर

व्हाइट मैजिक और म्याउं-म्याउं मेथाड्रोन ड्रग को मेफेड्रोन, मिथाइलमेथ कैथिनोन व एमएमसी के नाम से भी जाना जाता है, जो एम्फैटेमिन व कैथिनोन वार्गों की एक सिंथेटिक उत्तेजक दवा हैं। आम बोलचाल में इन्हें ड्रोन, म्याउं-म्याउं, एम-कैट व व्हाइट मैजिक भी कहा जाता है