भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत की टिप्पणी पर भड़के ब्राह्मण समाज के नागरिक, सौंपा ज्ञापन

- सहारनपुर में जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते ब्राह्मण समाज के नागरिक।
सहारनपुर [24CN] । ब्राह्मण समाज के भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत द्वारा की गई टिप्पणी से गुस्साए ब्राह्मण समाज के लोगों ने आज जुलूस निकालकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया तथा राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपकर इस संबंध में कठोर कानून बनाए जाने की मांग की। ब्राह्मण समाज से जुड़े गणमान्य नागरिक आज हकीकत नगर चौक स्थित रामलीला मैदान पर एकत्रित हुए अतथा भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत द्वारा ब्राहमण समाज के प्रति की गयी अशोभनीय टिप्पणी पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि ब्राहमण समाज निरूस्वार्थ भावना से समाज की सेवा को समर्पित है और मंदिरों में पूजा अर्चना कराकर अपने परिवार की जीवीकापार्जन कर रहा है, लेकिन कुछ लोग अनावश्यक उन पर टीका टिप्पणी कर समाज का आक्रोशित करने का काम कर रहे है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उसके बाद सभी लोग जुलूस के साथ नारेबाजी करते हुए जिला मु यालय पहुंचे, जहां उन्होंने भाकियू नेता राकेश टिकैत के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपते हुए कहा कि ब्राहमण समाज के प्रति अशोभनीय टिप्पणी सोशल मीडिया व सभाओं में हो रही है, जिससे ब्राहमण समाज में रोष बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि तीन दिन पूर्व भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ.राकेश टिकैत ने भी ब्राहमणों के प्रति इसी प्रकार की अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया है। जबकि मंदिर व सभी मठ ट्रस्ट के आधीन है। ब्राहमण केवल वहां पर जीविकापार्जन के लिए वेतन भोगी के रूप में कार्य कर रहे है। उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की कि ऐसा कानून बनाया जाये, जिससे कोई भी ब्राहमण समाज के प्रति अपमान जनक व अशोभनीय भाषा का प्रयोग न कर सकें। यदि ऐसी स्थिति आती है, तो उसके विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाये। इस दौरान डॉ. सुनील शांडिल्य, पं.अभिषेक शास्त्री, पं.रागवेन्द्र शास्त्री, पं.आनंद शर्मा, राहुल शर्मा, अभिषेक कृष्णात्रे, अनिल शर्मा, मुकेश दीक्षित, राकेश दीक्षित, प्रणव शर्मा, शिवम शर्मा, पं.कमल मयंक, प्रदीप कौशिक, विक्रान्त पंडित, सुभाष चंद शर्मा, राकेश वत्स, पं.प्रदीप कौशिक, प्रवेश कौशिक, राकेश दीक्षित, धर्मेन्द्र शास्त्री, अनिल शर्मा आदि भारी सं या में ब्राहमण समाज के लोग मौजूद रहे।