महाराष्ट्र और गुजरात में बारिश बनी आफत, बाढ़ के पानी में शहर डूबे
- महाराष्ट्र और गुजरात में भारी बारिश ने हाहाकार मचा रखा है. बारिश के कारण यहां के शहरों की सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं. लोगों के घरों में पानी घुसने के कारण उन्हें सुरक्षित जगह पर ले जाया जा रहा है.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र और गुजरात में भारी बारिश ने हाहाकार मचा रखा है. बारिश के कारण यहां के शहरों की सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं. लोगों के घरों में पानी घुसने के कारण उन्हें सुरक्षित जगह पर ले जाया जा रहा है. एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में लगी हुईं हैं. सोमवार को गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र सहित कई जगहों पर भारी बारिश ने तबाही मचाई है. गुजरात में बारिश और बाढ़ के कारण बीते 24 घंटे में 63 लोगों की जान चली गई. बारिश से प्रभावित 10 हजार से अधिक लोगों को सरकार ने सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है. मौसम विभाग ने 8 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने मंगलवार को उत्तराखंड और केरल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. गुजरात में अचानक आई बाढ़ के कारण तापी जिले के पंचोल और कुम्भिया गांवों को जोड़ने वाला पुल बह गया. गुजरात में अचानक आई बाढ़ के कारण तापी जिले के पंचोल और कुम्भिया गांवों को जोड़ने वाला पुल बह गया.
गुजरात में अंबिका नदी के तट पर अचानक आई बाढ़ के कारण सरकारी कर्मचारी फंस गए. वलसाड के कलेक्टर ने भारतीय तटरक्षक को सूचना दी और मदद मांगी है. चेतक हेलीकॉप्टर के जरिए बचाव अभियान जारी है. 16 लोगों को बचा लिया गया है. वालसाड जिले में भारी बारिश को देखते हुए सभी स्कूल और कॉलेज कल 12 जुलाई को बंद रखने के आदेश दिया है.
गुजरात सरकार के अनुसार, राज्य में सोमवार शाम 6 बजे तक बारिश के कारण 10 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है. बारिश का दौर थमा नहीं है. गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात में बाढ़ को लेकर ट्वीट किया और कहा कि राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात को लेकर सीएम भूपेंद्र पटेल से बात की और मोदी सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. गुजरात प्रशासन SDRF और NDRF प्रभावित लोगों तक तुरंत सहायता पहुंचाने में लगे हैं.