Chandni Chowk Hanuman Mandir: 50 साल पुराना हनुमान मंदिर तोड़ दिया गया, कौन जिम्मेदार
नई दिल्ली । चांदनी चौक में 50 साल पुराना मंदिर रविवार को तोड़ दिया गया। इस मंदिर को तोड़ने के दौरान भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जिससे लोग विरोध नहीं कर सके। मगर मंदिर तोड़ने जाने को लेकर इलाके के लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है। लोगों का कहना है कि जब अन्य धार्मिक स्थानों के लिए छूट है तो मंदिर ही क्यों तोड़ा गया है।
कहा जा रहा है कि मंदिर चांदनी चौेक के मुख्य मार्ग के बीच रहा था। अब इसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। भाजपा वाले आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार मान रहे हैं और आम आदमी पार्टी वाले मंदिर तोड़े जाने को लेकर भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि मंदिर भाजपा शासित नगर निगम ने तोड़ा है। अब जनता यही सवाल उठा रही है कि मंदिर तोड़ने के लिए जिम्मेदार कौन है? जाम से भरेगा खजाना जाम छलकेंगे तो खजाना भी भरेगा।
दिल्ली की नई आबकारी नीति में राजस्व बढ़ाने के उपाय बताए गए हैं। जानकारों की मानें तो सरकार समिति द्वारा सुझाए गए प्रस्तावों को मान ले तो कम से कम 1 हजार करोड़ के राजस्व की बढ़त होगी। इससे पैसे की कमी से जूझ रही सरकार को मदद मिलेगी। समिति ने कई ऐसे सुझाव भी बताए हैं कि जिनसे सरकार को बहुत कुछ नहीं करना होगा और सरकार के लिए लाभकारी कदम साबित होगा।
शराब को भले ही समाज में अच्छी चीज नहीं माना जा रहा हो,मगर इसकी लोकप्रियता भी कम नहीं है। राजस्व कमाने का यह एक बड़ा जरिया है। कुछ माह पहले की बात है जब कोरोना को लेकर लगाए गए लाकडाउन के दौरान कुछ राहत मिलने पर शराब की कुछ दुकानें खोली गईं तो दुकानों के आगे भीड़ इतनी बढ़ गई कि कुछ इलाकों में दुकानों के आगे पुलिस लगानी पड़ी।