प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में 30 प्रतिशत अपात्र शामिल, आयुष्मान मित्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज
आयुष्मान भारत के तहत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में 30 प्रतिशत से ज्यादा अपात्र शामिल कर दिए गए हैं। इसकी जांच कराई जानी चाहिए और अपात्रों को इसमें से बाहर निकाला जाए और पात्रों को जोड़ा जाना चाहिए।’ यह कहना है भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी का। उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा है।
साथ ही उन्होंने इस संबंध में 2011 की सामाजिक सर्वेक्षण से संबंधित सूची भेजी है। इसमें प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की 2886 पृष्ठ की सीडी और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना की 1506 पृष्ठों की सीडी है। इसमें उन्होंने अमर उजाला में 3 दिसंबर 2019 के अंक में माई सिटी पर छपी खबर भी भेजी है।
डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि एससीएसटी के सारे परिवार शामिल होंगे, भले ही वह नियम विरुद्ध हो। यह कहना गलत है। जिलाधिकारी इसकी जांच कराएं और अपात्रों का नाम सूची निकलवाएं। उन्होंने लिखा है कि मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में 854990 पात्र परिवारों को इस योजना का लाभ दिया जाना था, जिनमें से सिर्फ 40 हजार परिवार चिह्नित किए गए।
आयुष्मान भारत योजना में ‘फर्जीवाड़े’ का मुद्दा लोकसभा में भी गूंजा। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान आयुष्मान कार्डों में त्रुटियां ठीक किए जाने की मांग की। सांसद ने लोकसभा में कहा कि बड़ी समस्या आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को जारी किए गए गोल्डन कार्ड में त्रुटियों को लेकर है।
अब तक लगभग 10 करोड़ कार्ड लोगों को इस योजना के तहत जारी किए गए हैं, लेकिन इनमें से लगभग 20 प्रतिशत कार्डों में कुछ न कुछ गड़बड़ी पाई गई है। इन गलतियों को ठीक कराने के लिए लाभार्थियों को जन सुविधा केंद्रों के चक्कर काटने पड़ते हैं, जिनमे कई बार महीनों लग जाते हैं। सांसद ने सभापति के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया कि आयुष्मान भारत के कार्डों में सुधार के लिए ऑनलाइन की व्यवस्था की जाए।
मेरठ में आयुष्मान भारत के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में 18 फर्जी गोल्डन कार्ड बनाए जाने के मामले में मंगलवार को टीपीनगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। तहरीर आयुष्मान भारत योजना के जिला ग्रिवांस मैनेजर डॉ. जियाउलहक ने दी है।
इसमें कहा गया है कि शासन के निर्देश पर 11 नवंबर 2019 को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल पात्रों का सत्यापन कराया गया तो उसमें जेपी हेल्थ केयर के आयुष्मान मित्र शिव कुमार निवासी मोहकमपुर के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
इसने योजना में नाम न होने के बावजूद अपना, अपने परिवार का नाम जोड़ लिया। इसके अलावा इसने अपने गांव के ईश्चर चंद मौर्य व उनके परिवार का नाम धोखाधड़ी करके जोड़ लिया, जो कि गैर कानूनी है। लिहाजा एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाए। इस संबंध में सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि आरोपी को जेपी हेल्थ केयर ने आरोग्य मित्र पद से हटा दिया है।