क्षेत्र में व्यापार को पंख लगाने वाले यमुना पुल के निर्माण पर कारोना का ग्रहण

क्षेत्र में व्यापार को पंख लगाने वाले यमुना पुल के निर्माण पर कारोना का ग्रहण
नगली घाट पर अधूरे पडे निर्माणाधीन यमुना पुल के पीलर
  • लाकडाउन के चलते काम बंद

नकुड [इंद्रेश त्यागी]। लाकडाउन के चलते हरियाणा सरकार द्वारा करोडों की लागत से यमुना नदी पर बनाये जा रहे बहुप्रतिक्षित पुल का निर्माण भी अधर में लटक गया है। जिससे उत्तर प्रदेश व हरियाणा के यमुना के तटवर्ती क्षेंत्रों के विकास व व्यापार मे पंख लगने की उम्मीदो पर ग्रहण लग गया है। क्षेत्रवासियों ने इस पुल का शीघ्र निर्माण कराने की मांग की है।

हरियाणा सरकार ने दो वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश के नकुड तहसील मुख्यालय के सामने यमुना नदी के नगली घाट पर 1 करोड 4 लाख रूपये की लागत से पुल का निर्माण करने की घोषणा की थी। यमुना के उत्तर प्रदेश व हरियाणा के तटवर्ती गांवों के हजारों ग्रामीण लंबे समय से इस पुल के निर्माण की मांग कर रहे थे। विगत वर्ष हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर ने हरियाणा के रादौर में इस पुल का शिलान्यास कर दिया था। जिसके बाद कार्यदायी संस्था ने पुल का निर्माण शुरू कर दिया था।

ठेकेदार ने पुल का निर्माण कर दिया था शुरू
ठेकेदार संस्था ने इस पुल के निमार्ण काम शुरू कर यमुना में पीलर बनाने शुरू कर दिये थे। कई पीलर आधे से अधिक बन गये थे। ठेकेदार को एक वर्ष में पुल का निर्माण पुरा करना था। इस पुल का निर्माण शुरू होने से नकुड तहसील मुख्यालय का हरियाणा के गुमथला, रादौर, लाडवा व कुरूक्षेत्र व करनाल से सीधा संर्पक होने की उम्मीद थी। माना जा रहा था कि इस पुल के निर्माण से दोनो प्रदेशों के बीच व्यापार का नया मार्ग खुल जायेगा। साथ ही हरियाणा के किसानो को यमुना के इस पार अपनी जमीन पर खेती करने मे सहुलियत होगी।

नसुल्लागढ के पूर्व प्रधान चंद्रभान सिंह ने कहा कि इस पुल का निर्माण पूरा होने के बाद क्षेत्र में प्रतिवर्ष आने वाली बाढ से भी निजात मिलेगी। साथ ही बरसात में यमुना का जलस्तर बढने पर हरियाणा से निर्बाध आवागमन भी हो सकेगा। चंद्रभानसिंह ने पुल के निर्माण की स्वीकृति के लिये काफी मेंहनत की है।

नसुल्लागढ के पूर्व प्रधान चंद्रभान सिंह
नसुल्लागढ के पूर्व प्रधान चंद्रभान सिंह

लाकडाउन के चलते बढ सकती है पुल निर्माण की लागत
कारोना के असर से इस पल का निर्माण भी प्रभावित हुआ है। लाकडाउन के चलते ठेकेदार को मजदूर नंही मिल रहे है। जिससे पुल का निर्माण बंद है। पुल का निर्माण बाधित होने से जंहा निर्धारित समय में यह कार्य पूरा होना मुश्किल नजर आ रहा है वंही पुल की निर्माण कोस्ट भी बढ सकती है।

गौरतलब है कि इस यमुना ब्रिज के लिये उत्तर प्रदेश की सीमा मे भी संपर्क मार्ग बनना है। करीब दस किमी लंबे संपर्क मार्ग का सर्वे पूरा कर लिया गया है जिसके लिये लोकनिर्माण विभाग सहारनपुर मंडल ने इस यमुना ब्रिज के संपर्क मार्ग लिये एस्टिमेट बनाकर शासन को भेज दिया था। पंरतु लाकडाउन के चलते यह ऐस्टिमेट का प्रस्ताव भी लटक गया है। अभी तक शासन स्तर से इसकी स्वीकृति न होने से इस पर संशय के बादल मंडरा रहे है। भाजपा नेता शिवकुमार गुप्ता ने इसमें हरियाणा व उत्तर प्रदेश की सरकारो से तेजी लाने की मांग की है। उधर नगर के व्यापारी पकंज जैन, अमरीश कुमार व मनोज गोयल ने भी जनहित मे हरियाणा के मुख्यमंत्री से पुल का निर्माण शुरू कराने की मांग की है।