महामृत्युंजय यज्ञ करने से वातावरण होता है शुद्ध: कालेंद्रानंद

महामृत्युंजय यज्ञ करने से वातावरण होता है शुद्ध: कालेंद्रानंद
  • सहारनपुर में महादेव मंदिर में हसन-यज्ञ करते श्रद्धालु।

सहारनपुर [24CN]। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि महामृत्युंज्य यज्ञ से वातावरण को दूषित होने से बचाया जा सकता है। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज देहरादून रोड स्थित महाकालेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित संजीवनी महामृत्युंज्य मंत्र महायज्ञ में श्रद्धालुओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आधुनिक समय में वातावरण निरंतर दूषित होता जा रहा है। इस कारण मानव जीवन पर घोर संकट बना हुआ है। विश्व में ओजोन परत खतरे हैं जिससे पूरे संसार पर मानवता समाप्त होने का खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि संजीवनी महामृत्युंज्य यज्ञ करने से वातावरण को पूर्णत: शुद्ध किया जा सकता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर में यज्ञ करना आवश्यक है जिससे वातावरण शुद्ध होगा और मानव जीवन सुरक्षित रहेगा।

उन्होंने कहा कि श्रावण मास मृत्युंज्य नाथ महादेव का पवित्र मास है। इस पवित्र मास में प्रत्येक व्यक्ति को महामृत्युंज्य यज्ञ करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि जो जीव नित्य हवन करते हैं, उनके मन के विकार दूर हो जाते हैं और उनका चरित्र सर्वोत्तम व परम शुद्ध हो जाता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हमें मानवता की रक्षा के लिए अधिक से अधिक यज्ञ करने के लिए जनजागरण अभियान चलाना पड़ेगा ताकि प्रत्येक व्यक्ति यज्ञ करे तथा यज्ञ का समस्त भाग प्रकृति को समर्पित करे जिससे प्रकृति शुद्ध और सुरक्षित रहेगी। इस अवसर पर रामकुमार कश्यप, रमेश चंद शर्मा, अरूण स्वामी, सगर गुप्ता, शिवा कश्यप, सुभाष कश्यप, शिवम काम्बोज, सोनू, राखी, मोना, पूनम, कविता, सुदेश, कमलेश, कमला, गीता आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।


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