बसपा ने भंग की सभी कमेटियां, नई टीम में एससी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों को मिलेगी तरजीह 

देशभर में बसपा संगठन के कामकाज से नाराज पार्टी प्रमुख मायावती ने सभी कमेटियों को भंग कर दिया है। मायावती ने  2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में बड़ा फेरबदल किया है।

शनिवार को देश भर के पार्टी पदाधिकारियों के साथ चली मैराथन बैठक के बाद बसपा ने जिला, बूथ और विधानसभा तक की सभी कमेटियों को तुरंत प्रभाव से समाप्त करने का ऐलान किया है।

नई  कमेटियां  31 मई तक गठित करने का लक्ष्य रखा गया है। पार्टी की अगली समीक्षा बैठक अप्रैल में होगी। नई कमेटियां आकाश आनंद और रामजी गौतम की निगरानी में बनेंगी। नई कमेटी में जिला स्तर पर एससी और ओबीसी के साथ अल्पसंख्यक समाज को तरजीह दी जाएगी।

इसके अलावा विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से सचिव और प्रभारी नियुक्त होंगे। इसमें आरक्षित विधानसभा सीटों पर दो सचिव होंगे। इसमें एक एससी और एक ओबीसी वर्ग से होगा। इसके अलावा संगठन के स्तर पर बहुजन वॉलंटियर फोर्स और बामसेफ के  एक एक संयोजक ही होंगे।

क्योंकि अभी दो संयोजक होने के कारण लगातार गुटबाजी की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। इसके अलावा मायावती ने अल्पसंख्यक वोटरों के भीम आर्मी के प्रति झुकाव को देखते हुए बूथ से लेकर विधानसभा तक अध्यक्ष, महासचिव और उपाध्यक्ष पद पर एससी ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग को प्रतिनिधित्व देने की रणनीति पर काम करने को कहा गया है।

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