हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाला गिरोह दबोचा, ऐसे हुआ पर्दाफाश, धमकी देकर करते थे वसूली

हनीट्रैप सरीखे ब्लैकमेलिंग के धंधे का भंडाफोड़ करते हुए मुजफ्फरनगर पुलिस ने तीन युवतियों समेत सात सदस्यीय अंतरराज्यीय गिरोह दबोचा है। गिरोह के सदस्य युवतियों के माध्यम से दूसरे शहरों से कार बुकिंग पर लाने के बाद चालक को किसी कमरे पर ले जाकर अश्लील फोटो खींचते थे। फिर दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी देकर अवैध वसूली की जाती थी।

सीओ सिटी हरीश सिंह भदौरिया ने बुधवार दोपहर प्रेसवार्ता में बताया कि मंगलवार शाम सिविल लाइंस थाना पुलिस कच्ची सड़क क्षेत्र में गश्त पर थी। इसी दौरान बदहवास हालत में घूम रहे रॉकी निवासी गुर्जरहेडी सोनीपत को रोक कर पूछताछ की। उसने खुद के साथ हुई ब्लैकमेलिंग के बारे में बताया।
इसके बाद युवक द्वारा बताए गए मकान व गोदाम पर छापा मारकर तीन युवतियों व चार युवकों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के कब्जे से बंधक बनाए गए रॉकी के गांव के ही साथी कार चालक विनोद को भी मुक्त कराते हुए दो कार, एक तमंचा-कारतूस, दो छुरी, सात मोबाइल फोन और पांच हजार रुपये नकद बरामद हुए।

सीओ सिटी ने बताया कि गिरोह में शामिल युवतियां जरूरी वजह बताकर कहीं बाहर से कार को बुकिंग पर लाती हैं। रास्ते में एक युवती कार चालक से नजदीकी बढ़ाते हुए उसे एक कमरे में लाती है, जहां अन्य सदस्य कार चालक व युवती के आपत्तिजनक फोटो व वीडियो तैयार कर लेते हैं। इसके बाद चालक को दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने की बात कहकर ब्लैकमेल कर लाखों की वसूली की जाती है। सीओ ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है।

ये हैं आरोपी 
सीओ सिटी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में रेणू पुत्री कृष्ण, सानिया पुत्री राजवीर और मुकेश पुत्री गुरिया निवासीगण डेरी मोहल्ला (रोहतक), गिरोह का सरगना चांद पुत्र शरीफ अंसारी निवासी चमारियान रोड, थाना सितारा (रोहतक), दिनेश पुत्र नबे सिंह निवासी बालोट, थाना आईएमपी (रोहतक) और मुजफ्फरनगर शहर के मोहल्ला महमूदनगर निवासी इजरायल पुत्र निसार और इंतजार पुत्र अकबर शामिल हैं।