भाजपा विधायक राजा सिंह हिरासत में, पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप

- तेलंगाना पुलिस ने भाजपा विधायक राजा सिंह को हिरासत में ले लिया है। राजा सिंह पर पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है। इसको लेकर हैदराबाद में प्रदर्शन भी हुए। पुलिस ने राजा सिंह के खिलाफ कई धाराओं में केस भी दर्ज किए हैं।
हैदराबाद। तेलंगाना में भाजपा विधायक राजा सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। राजा सिंह पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है। उनके खिलाफ साउथ जोन पुलिस ने कई धाराओं में केस दर्ज किया है। उनके खिलाफ दबीरपुरा पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 153ए, 295 और 505 के तहत केस दर्ज किया गया।
हैदराबाद में हुए प्रदर्शन
राजा सिंह की विवादित टिप्पणी को लेकर राजधानी हैदराबाद में प्रदर्शन भी हुए। साउथ जोन के डीसीपी दफ्तर के बाहर भी गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी राजा सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। वहीं, प्रदर्शन के बाद पुलिस ने बताया कि राजा सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। प्रदर्शनकारी लोगों ने कहा कि राजा सिंह ने एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है, इसलिए उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए।
हिरासत में कई प्रदर्शनकारी
पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को बशीर बाग में कमिश्नर आफिस में हिरासत में लिया और उन्हें कई थानों में ट्रांसफर कर दिया। दबीरपुरा थाने के निरीक्षक के अनुसार, बीती रात 250 से अधिक लोग दबीरपुरा पुलिस थाने के सामने विरोध प्रदर्शन करने के लिए जमा हो गए थे।
Telangana Police detains BJP MLA Raja Singh for his alleged derogatory comments against Prophet Muhammad https://t.co/wZrwhIX1D1 pic.twitter.com/e4kkvM10ZQ
सोशल मीडिया पर अपलोड किया था वीडियो
भाजपा विधायक ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया था। इस वीडियो में उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की था। वीडियो वायरल होने के बाद नाराज लोगों ने राजा सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किए।
मुनव्वर फारुकी के शो का किया था विरोध
इससे पहले 20 अगस्त को हैदराबाद में स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के शो का विरोध करने पर राजा सिंह को नजरबंद किया गया था। राजा सिंह ने एक वीडियो बनाकर दावा किया था कि हैदराबाद पुलिस ने फारुकी को सुरक्षा दी थी और मदद की थी। भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि फारुकी ने कुछ ऐसी टिप्पणी की थी जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची और उनके लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।