पटना : रेलवे की ग्रुप-डी बहाली में जमीन लेकर नौकरी देने के मामले में सीबीआइ अफसरों ने शुक्रवार को राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर दिनभर छापेमारी की। राबड़ी आवास में जिस वक्त सीबीआइ सर्च आपरेशन में जुटी थी उस वक्त आवास के बाहर राजद समर्थकों का हुजूम उमड़ा पड़ा था। कयास लग रहे थे कि आवास में मौजूद राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव से पूछताछ भी की गई है। तमाम कयासों के बीच आवास में मौजूद सीबीआइ के सूत्रों ने बताया आज की कार्रवाई में सिर्फ सीबीआइ अफसरों ने किसी से पूछताछ नहीं की। सिर्फ आवास में जिस-जिस कमरे में दस्तावेज पाए गए, उन्हें ही देखा-समझा गया। राबड़ी देवी के दो कमरों के साथ ही तेजप्रताप के कमरे और कुछ अन्य कमरों की तलाशी भी ली गई और अहम दस्तावेज खंगाले गए। सूत्रों ने साफ किया कि आज राबड़ी देवी या तेजप्रताप से कोई पूछताछ नहीं की गई।

सूत्रों ने बताया कि इस आवास में तेजस्वी यादव के जो कमरे हैं, वे बंद थे। बता दें कि तेजस्वी इन दिनों लंदन यात्रा पर हैं। बंद कमरों के अंदर भी सीबीआइ अफसरों को जाना था। लिहाजा टीम के अफसरों ने चाबी बनाने वाले को बुलाकर दोनों कमरों की चाबी बनवाई। उसके बाद उन कमरों में रखे कागजात-दस्तावेज खंगाले गए। सूत्रों की मानें तो सीबीआइ के अफसर अपने साथ कुछ कागजात लेकर भी गए हैं।

घंटों मशक्कत के बाद कुछ नहीं लगा हाथः राजद

राजद नेता शक्ति सिंह ने कहा कि कार्रवाई में राबड़ी देवी और तेजप्रताप ने सीबीआइ का पूरा सहयोग किया। घंटों मशक्कत के बाद सीबीआइ को कुछ हाथ नहीं लगा। उन्होंने कहा कि सीबीआइ को यह लगा कि राजनीतिक दबाव के कारण यह कार्रवाई हुई, लेकिन मजबूर अधिकारी कुछ बोल नहीं सकते। महिला नेत्री ने बताया कि सीबीआइ अपने साथ राजद की एक आफिशियल पेन ड्राइव ले गई है।

पुलिस मुख्यालय को भी नहीं लगी छापे की भनक

राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआइ की छापेमारी की जानकारी बिल्कुल गुप्त रखी गई थी। यहां तक कि पुलिस मुख्यालय को भी इसकी भनक नहीं लगने दी गई। मुख्यालय सूत्रों के अनुसार, राबड़ी आवास पर सीबीआइ की टीम के पहुंचने के बाद सुरक्षा के लिए पुलिस बल की मांग की गई। इसके बाद स्थानीय थाने के साथ पुलिस बल राबड़ी आवास भेजा गया।