संभल। हाल ही में संभल जिले में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। सर्वे के दौरान उपद्रव करने वाले आरोपियों की पहचान करते हुए संभल पुलिस ने 45 उपद्रवियों के पोस्टर जारी किए हैं। इन पोस्टरों में हिंसा के दौरान सीसीटीवी कैमरों में कैद पत्थरबाजों और भीड़ को उकसाने वालों की तस्वीरें साझा की गई हैं।
पहचान के बाद कार्रवाई की तैयारी
पुलिस ने इन पोस्टरों में दर्ज कुछ आरोपियों की पहचान कर ली है। इनमें आरिफ भाई, मोहम्मद सुबहान उर्फ मुन्ना, निहाल, रहसान भाई का छोटा लड़का, हब्बू, उवैश, हसनैन, और मेहंदी भाई का लड़का शामिल हैं। इन सभी के पते भी जुटाए जा चुके हैं। अधिकारियों के अनुसार, जिन उपद्रवियों की पहचान हो चुकी है, उनसे हुए नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी।
सरकारी संपत्ति का नुकसान, वसूली तय
पुलिस और प्रशासन ने उपद्रवियों पर सख्ती दिखाते हुए कहा है कि सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से वसूली की जाएगी। इसके साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर इन पोस्टरों को लगाकर जनता से भी सहयोग मांगा जाएगा। जरूरत पड़ने पर आरोपियों पर इनाम की घोषणा भी हो सकती है।
योगी सरकार का सख्त रुख
इस हिंसा के खिलाफ यूपी सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। राज्य के मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि योगी सरकार के तहत उत्तर प्रदेश में दंगे और हिंसा बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा, “सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और उपद्रवियों को उनके किए की सजा दिलाई जाएगी।”
प्रशासन का जवाब, आरोपों का खंडन
उधर, जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली द्वारा लगाए गए पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोपों को संभल डीएम और एसपी ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि उपद्रवियों ने न सिर्फ सरकारी वाहनों बल्कि अन्य संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया है, और यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
संभल हिंसा मामले में सरकार और प्रशासन के इस सख्त रुख से साफ है कि उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई तय है।