आजाद समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने मंडलायुक्त को सौंपा ज्ञापन

- सहारनपुर में मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपते आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारी।
सहारनपुर [24CN] । आजाद समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने सदर तहसील के गांव बुड्ढाखेड़ा पुंडीर में 31 साल पूर्व भूमिहीन मजदूरों को आवंटित किए गए आसामी पट्टों के मामले में मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपकर उच्च न्यायालय का आदेश आने तक आसामी पट्टों पर लगाए गए पेड़ व फसल को कोई नुकसान न पहुंचाए जाने की मांग की। आजाद समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने मंडलायुक्त को सौंपे ज्ञापन में बताया कि सदर तहसील के गांव बुड्ढाखेड़ा पुंडीर में 25 दिसम्बर 1989 में ग्राम पंचायत की भूमि प्रबंध समिति द्वारा पारित प्रस्ताव के तहत भूमिहीन मजदूरों को आसामी पट्टे आवंटित किए गए थे जिससे मजदूर व्यक्ति अपना व अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। उनका कहना था कि पट्टे मिलने के बाद मजदूरों द्वारा बड़ी मेहनत कर इस भूमि को कृषि योग्य उपजाऊ बनाया गया है तथा भूमि पर कुछ लोगों द्वारा यूलिपटिस के पेड़ भी लगाए गए थे।
कब्जा दिलाने के बाद आज तक मजदूर व्यक्तियों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अथवा ग्राम सभा द्वारा उक्त सम्पत्ति से बेदखल नहीं किया गया है। इसलिए कानून धारा-202 के तहत किसी आसामी पट्टे का इन्जैक्टमेंट नहीं हुआ तो धारा-204जेडए एक्ट में पट्टेदार संक्रमणीय भूमिधर हो जाता है। प्रतिनिधिमंडल का कहना था कि उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत आर 2000 पेज 165-166 पर यह व्यवस्था दी गई है कि किसी व्यक्ति को धारा-202 व 209 के अंतर्गत समयसीमा के अंतर्गत किसी सम्पत्ति से बेदखल न किया गया तो वह धारा-204 व 209 के अंतर्गत संक्रमणीय भूमिधर कानूनी रूप से होगा। प्रतिनिधिमंडल ने मंडलायुक्त से मांग की कि जब तक यह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है, तब तक इस भूमि पर पट्टेदारों द्वारा लगाए पेड़ों व फसलों को कोई नुकसान न पहुंचाया जाए तथा सरकार द्वारा पट्टेदारों को पट्टों से बेदखल करने की प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए। प्रतिनिधिमंडल में राजेश कुमार, सुमेर चंद, जोगेंद्र, हेमसिंह, विनोद कुमार, धीरसिंह, यशपाल समेत भारी संख्या में ग्रामीण व आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।