देवबंद से गिरफ्तार तलहा के मोबाइल डाटा छानबीन में जुटी एटीएस, पूछताछ मिलीं कई अहम जानकारियां

- दारुल-उलूम देवबंद से पकड़े गए छात्र तलहा तालुकदार बिन फारुख ने बताया कि उसके बांग्लादेशी साथी अब्दुल्ला ने टेलीग्राम चैनल के लिंक भेजकर उन ग्रुप्स से जोड़ा था जिसमें जेहादी साहित्य व वीडियो आते रहते हैं। अब्दुल्ला 2021 में कुछ माह देवबंद में भी रहा है।
लखनऊ। इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल-उलूम देवबंद से पकड़े गए छात्र तलहा तालुकदार बिन फारुख से उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) को कई अहम जानकारियां मिली हैं। मोबाइल डाटा और हस्तलिखित चार रजिस्टर जो बांग्ला भाषा में लिखे थे, उनकी विषय वस्तु का विश्लेषण कराया जा रहा है। चार दिन की रिमांड पर लिये गए तलहा से गहन पूछताछ की जा रही है, उसमें महत्वपूर्ण सूचनाएं मिलने की संभावना है।
एटीएस की टीम ने 29 अप्रैल को कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिक तलहा तालुकदार बिन फारुख को गिरफ्तार किया था। अभियुक्त दारुल-उल-उलूम में रहकर देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त था। उसके विरुद्ध देवबंद थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
एटीएस ने कोर्ट से दो बार दो-दिन की पुलिस रिमांड स्वीकृत की। अब तक की पूछताछ में तलहा ने बताया कि उसके बांग्लादेशी साथी अब्दुल्ला ने टेलीग्राम चैनल के लिंक भेजकर उन ग्रुप्स से जोड़ा था जिसमें जेहादी साहित्य व वीडियो आते रहते हैं। अब्दुल्ला 2021 में कुछ माह देवबंद में भी रहा, जहां तलहा की लगातार अब्दुल्ला से बात व मुलाकात होती रहती थी।
अब्दुल्ला ने ही तलहा का सेफ ब्राउजर आदि का प्रयोग करना सिखाया। जांच एजेंसी तलहा के साथी अब्दुल्ला की तलाश कर रही है। एटीएस के अनुसार तलहा फारुख से उसके हस्तलेख में चार रजिस्टर बरामद हुए जो बांग्ला भाषा में हैं। उनका अनुवाद कराकर विषय वस्तु का विश्लेषण किया जा रहा है। ऐसे ही मोबाइल डाटा का भी विश्लेषण होगा।
तलहा से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर आतंकवाद निरोधक दस्ता देवबंद के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ अन्य शहरों में भी अपनी छानबीन का दायरा बढ़ा रही है। यह पता लगाने का प्रयास भी किया जा रहा है कि तलहा बीते दिनों कहां-कहां गया था और वह किन लोगों के सीधे संपर्क में रहता था
