नई दिल्ली। दिग्गज कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) द्वारा शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने इसकी खूब आलोचना की। तो वहीं पहले ही कांग्रेस का साथ छोड़ चुके कुछ नेताओं ने इसे सही फैसला बताया। इस बीच, आजाद के इस्तीफे के साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार की भविष्यवाणियां सच साबित होती दिख रही हैं। कुमार ने गुलाम के इस्तीफे को कांग्रेस के लिए ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया है।

आजाद का इस्तीफा कांग्रेस और लोकतंत्र के लिए दुखद

अश्विनी कुमार ने कहा कि आजाद का इस्तीफा कांग्रेस पार्टी और लोकतंत्र के लिए दुखद है। यह कांग्रेस पार्टी और देश के लोकतंत्र को नुकसान देने वाला है। कुमार ने इसी के साथ कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इन सब के बावजूद, पार्टी परिवर्तन करने से इनकार करती है और यही कारण है कि वह वरिष्ठ नेताओं को खोती जा रही है। कुमार ने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि वे अलग-थलग, अपमानित महसूस कर रहे हैं।

अश्विनी कुमार ने यह की थी भविष्यवाणी

कुमार ने मई के महीने में भविष्यवाणी की थी कि कई नेता जल्द ही कांग्रेस छोड़ देंगे और पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को इसका कारण पता है। अश्विनी कुमार ने सुनील जाखड़ के कांग्रेस छोड़ने के बाद यह बयान दिया था। उन्होंने जाखड़ के इस्तीफे को पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति बताया था। कुमार ने कहा, नेताओं के कांग्रेस छोड़ने का सबसे बड़ा कारण पार्टी के भीतर उनके प्रति सम्मान की कमी है। अब सुनील जाखड़ चले गए हैं। कई और नेता पार्टी छोड़ देंगे। जल्द ही। देखें आगे क्या होता है।

जयवीर शेरगिल ने भी कसा तंज

इससे पहले, वकील से नेता बने जयवीर शेरगिल ने शुक्रवार को कहा कि हर आयु वर्ग के नेता कांग्रेस की ‘दरबारी संस्कृति’ से निराश हैं। हाल ही में शेरगिल ने कांग्रेस प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया था। शेरगिल ने कांग्रेस द्वारा आगामी भारत जोड़ी यात्रा को भी एक पीआर नौटंकी बताया। बुधवार को कांग्रेस प्रवक्ता पद से इस्तीफा देने वाले जयवीर शेरगिल ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी का निर्णय जमीनी हकीकत और जनहित के अनुरूप नहीं है, बल्कि चाटुकारिता से प्रभावित है।

गुलाम नबी आजाद ने सोनिया को लिखा पत्र

इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। आजाद ने सोनिया गांधी को लिखे अपने त्याग पत्र में लिखा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत के लिए सही के लिए लड़ने के लिए एआईसीसी चलाने वाली मंडली के संरक्षण में इच्छाशक्ति और क्षमता दोनों खो दी है। आजाद ने इसी के साथ राहुल गांधी पर भी कई आरोप लगाए।