पटना। बिहार के बेगूसराय जिले में बाइक सवार अपराधियों के तांडव को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। बेगूसराय में मंगलवार की शाम कम से कम 10 लोगों को गोली मारे जाने और एक शख्स की मौत के बाद भारतीय जनता पार्टी ने बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा के सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि बेगूसराय में साठ के दशक की स्थिति लौटती दिख रही है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने इस मसले पर मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी सरकार को घेरा है।
राकेश सिन्हा ने कहा- पहले ही चेताया था
भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि पुलिस प्रशासन को चेताया था राजनीति, अपराध और ठेकेदारी का गठजोड़ फिर बेगूसराय को साठ के दशक में ले जा रहा है, जब हत्या आम बात थी। आज गोलियों की बौछार ने दर्जन भर लोगों को घायल किया और मौत भी हुई। सख़्त कार्रवाई की ज़रूरत है ।
गिरिराज सिंह ने साधा राज्य सरकार पर निशाना
बेगूसराय में बछवाड़ा से चकिया तक आधा दर्जन जगहों पर बाइक सवार बदमाशों द्वारा लगातार गोलीबारी में एक की मौत व 10 लोगों के घायल होने की जानकारी मिलते ही केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह ने सूबे की सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने मृतक को एक करोड़ रुपये व घायलों को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
पुलिस की कार्यशैली पर भी उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि बिहार का दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्री कुर्सी पर बने रहने के लिए जंगल राज को जनता का राज बताते हैं। बिहार में सरकार नाम की चीज नहीं है, और जब अपराधी बेखौफ हो जाते हैं, तब बेगूसराय जैसी घटना घटती है। तीन थाना व तीन ओपी पर करते हुए बेरोकटोक गोलीबारी करने वालों में भय नहीं बचा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को जवाब देने की चुनौती देते हुए कहा कि सिर्फ बैठकों से काम नहीं चलने वाला है। मुख्यमंत्री जंगलराज की नई परिभाषा जनता राज के रूप प्रस्तुत कर रहे हैं।
शाहनवाज हुसैन ने भी सरकार को घेरा
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राज्य में अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है। बेगूसराय की घटना पूरी दुनिया में बिहार को बदनाम करने वाली घटना है। अश्विनी चौबे ने कहा कि ऐसी घटना से बिहार के लोग और खासकर महिलाएं डरी हुई हैं। सुशील मोदी ने कहा कि ऐसी घटना शायद ही पहले कभी हुई हो। यह सरकार की विफलता है।