अभियान के अतिरिक्त भी समय-समय पर करते रहे निगरानी – सीडीओ

अभियान के अतिरिक्त भी समय-समय पर करते रहे निगरानी – सीडीओ

सहारनपुर [24CN]। जिलाधिकारी श्री अखिलेश सिंह के निर्देशानुसार मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार की अध्यक्षता में क्लैक्टेªट सभागार में 1 जुलाई 2022 से 31 जुलाई 2022 तक ‘‘संचारी रोग नियंत्रण अभियान‘‘ एवं दिनांक 16 जुलाई 2022 से 31 जुलाई 2022 तक दस्तक अभियान तथा संचारी रोगों एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण कार्यवाही हेतु विभिन्न विभागों की समन्वय समिति की चतुर्थ रिव्यू बैठक का आयोजन किया गया।

मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सभी को निर्देशित किया गया है कि अभियान के बाद भी आप सभी अपनी-अपनी जिम्मेदारी के साथ संक्रामक रोगो से बचाव हेतु आगे भी कार्यवाही करते रहें। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जिन सरकारी विभागों के आवासीय एवं कार्यालय मंे जांच करने के उपरान्त पानी का जमाव अथवा डेंगू का लार्वा मिलता है उसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए संबंधित को अवगत कराएं तथा जनजागरूकता संबंधी कार्यक्रम के द्वारा जागरूक करें। जिससे संक्रामक रोगों से बचाा जा सके। जिन विभागों द्वारा इन अभियानों में कार्य किये गये है उसकी पीडीएफ भी फोटो सहित उपलब्ध करवायी जाए। इसके साथ साथ ही कोविड वैक्सीनेशन का कार्य बचे हुए लोगों पर यथाशीघ्र पूर्ण किया जाए। गोद लिये टीबी के मरीजों को समय से किट उपलब्ध करायी जाए और समय पूर्ण होने के पश्चात उनकी जांच भी करायी जाए।

विभिन्न विभागों द्वारा संचारी अभियान के अन्तर्गत ग्राम प्रधानों द्वारा निकाली गयी प्रभात फेरी 884, ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधानों की 884 बैठक, वी0एच0एन0सी0 की बैठक 884, पंचायत राज विभाग द्वारा 575 शौचालयों का निर्माण किया गया, कुल 3306 नालियों की साफ-सफाई कराई गयी। नगर निगम द्वारा 70 वार्डो में नालियों सफाई कराई जा चुकी है एवं 70 वार्डो में फॉगिंग कराई गयी है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 418 कुपोषित बच्चे चिन्हित किये गये जिनमें से 45 अति कुपोषित बच्चों को एन0आर0सी0 में भर्ती कराया गया। पशुपालन विभाग द्वारा 3049 सूकर पालकों की बैठक कराई गयी। सिंचाई विभाग द्वारा 3302 झाडियों की कटाई कराई गयी। चूहा एवं छछून्दर रोकथाम हेतु 884 बैठके की गयी। दस्तक अभियान के अन्तर्गत कुल टीमों की संख्या-2800, वी0एच0एन0सी0 बैठकों की संख्या-884, आषा द्वारा गृह भ्रमण की संख्या-580169, मातृ बैठकों की संख्या-1173, ए0ई0एस0 पर चर्चा के लिये वी0एच0एन0डी0 आयोजक दिवसों की संख्या-969, क्लोरीनेशन डेमों स्थल की संख्या-2475, स्वयं सहायता समूह की संख्या-1083 किया गया है।

इस अवसर पर कार्यक्रम की नोडल अधिकारी श्रीमती शिवांका गोड ने बताया कि सप्ताह में एक दिन कूलर, पुराने टायर, में बरसात के पानी को खाली कराये, हाथ धोना, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना आदि करें। जिससे डेंगू, मलेरिया, होने वाली समस्त संचारी रोगों से बचा जा सकें।

क्या करें
1. दिमागी बुखार का टीका जरूर लगवाएं।
2. मच्छरों के काटने से बचें मच्छरदानी, मच्छर, अगरबत्ती या कॉयल वगैरह का प्रयोग करें। पूरे आस्तीन की कमीज, फुल पैट मोजे पहनें।
3. सुअरों को घर से दूर रखें। रहने की जगह साफ सुथरा रखें एवं जाली लगवायें।
4. पीने के लिए इंडिया मार्का हैण्ड पम्प के पानी का प्रयोग करें। पानी हमेषा ढक कर रखें छिछला हैण्ड पम्प के पानी को खाने पीने में प्रयोग न करें।
5. पक्के व सुरक्षित शौचालय का प्रयोग करे।
6. शौच के बाद व खाने के पहले साबुन से हाथ अवष्य धोये।
7. नाखूनों को काटतें रहें। लम्बे नाख्ूानों से भोजन बनाने व खाने से भोजन प्रदूषित होता है।
8. दिमागी बुखार के मरीज को दाएं या बाएं करवट लिटाएं। यदि तेज बुखार हो तो पानी से बदन पोछते रहे।
क्या न करे-
9. बेहोशी व झटके की स्थिति में मरीज के मुॅह में कुछ भी नही डालें।
10. झोला छाप डाक्टरों के पास ना जायें।
11. घर के आस पास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें।
12. इधर-उधर कूडा-कचरा व गंदगी न फेलायें।
13. खुले मैदान या खेतों में शौच न करें।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संजीव मांगलिक, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 कुणाल जैन, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती आशा त्रिपाठी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी श्रीमती शिप्रा सहित डब्ल्यू0एच0ओ0 एवं यूनिसेफ के प्रतिनिधि तथा संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।